नई दिल्ली।RamkeshMurderCase आज के युवा जितनी जल्दी एक—दूसरे पर भरोसा कर रहे है, उतनी ही जल्दी उनके रिश्तों में भी दरार आ रही है और दूसरे के जान के दुश्मन बन रहे है। कुछ ऐसा ही मामला नई दिल्ली से सामने आया, जहां यूपीएससी की तैयारी कर रहे रामकेश मीणा हत्या से सामने आया । जहां उसकी प्रेमिका ने बेहद खतरनाक तरीके से साजिश रचकर हत्या पूर्व प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया। सारी चालाकी के बाद भी पुलिस ने तीनों को धरदबोचा। पूछताछ में आरोपी प्रेमिका ने जो बताया उसे सुनकर पुलिस के भी कान खड़े हो गए।
नईदिल्ली के तिमारपुर के गांधी विहार इलाके में यूपीएससी के छात्र रामकेश मीणा हत्याकांड को बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। सबूत मिटाने के लिए हत्यारोपी अमृता चौहान ने अपनी फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई के सारे जुआड़ शव को ठिकाने लगाने में लगा दिए। हत्या से पहले अमृता ने सुमित के साथ मिलकर कई क्राइम वेब सीरीज देखीं ताकि फंसने की कोई गुंजाइश न रहें। लेकिन उनका हर जुआड़ उनकी मोबाइल की लोकेशन ने खोल दी।
किताबों पर छिड़की शराब
पुलिस पूछताछ में सामने आया अमृता पूर्व प्रेमी के साथ लिव-इन पार्टनर और प्रेमी रामकेश की हत्या के बाद करीब 6:30 घंटे तक शव ठिकाने लगाने में जुटे रहे। आरोपियों ने पीटने के बाद रामकेश की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। बाद में शव को बेड पर लिटा दिया। रसोई से घी-रिफाइंड लाकर शव पर डाला। इसके बाद फ्लैट में रखी मोटी-मोटी किताबों को शव के आसपास रख दिया इसके बाद। कमरे में रखी शराब की पूरी बोतल किताबों पर डाल दी, जिससे आग तेजी से फैले। अमृता का पूर्व प्रेमी सुमित मुरादाबाद में गैस वितरक है। उसे अच्छी तरह पता था कि सिलिंडर में आग लगाकर कैसे धमाका किया जाता है। आरोपी ने रसोई से सिलिंडर बाहर निकाला। बाद में उसका पाइप हटाकर सिलिंडर को रामकेश के सिर के पास रख दिया। बेहद धीमी गति से सिलिंडर में लगे रेग्यूलेटर को खोल दिया गया। पूरी तैयारी के बाद अमृता और सुमित कश्यप फ्लैट के मेन गेट पर पहुंचे। यहां लोहे का जाली वाला दरवाजा था। हादसा असली लगे इसलिए कुंडी के पास लगी लोहे की जाली को बाहर से हटाकर अंदर से कुंडी बंद कर दी गई। बाद में जाली को वापस अपनी जगह पर कर दिया गया।
हादसा दिखाने के लिए आरोपियों ने बाहर से कमरे में आग लगाई। इसके बाद दोनों अपने मुंह ढककर वहां से निकल पड़े। आग जोर पकड़ने पर रात 3 बजे रामकेश का फ्लैट धू-धू कर जलने लगा और कुछ ही देर बाद एलपीजी सिलिंडर में ब्लास्ट हो गया। इससे रामकेश के शव के टुकड़े-टुकड़े हो गए। पुलिस और दमकल की गाड़ियां वहां पहुंची। आग पर काबू पाया गया तो अंदर रामकेश के शव के अवशेष मिले। पुलिस को शुरुआती जांच में लगा कि शायद कमरे में खुद आग लगने से हादसा हुआ। क्राइम टीम और एफएसएल को मौके पर बुलाया गया और छानबीन हुई।
शक होने पर खंगाली सीसीटीवी फुटेज
रसोई के बजाय कमरे में सिलिंडर के टुकड़े देखकर फोरेंसिक टीम को शक हुआ। रामकेश के परिजनों ने भी हादसे पर शक जाहिर किया था। पुलिस ने इस आधार पर सीसीटीवी खंगाले तो पता चला कि रामकेश के फ्लैट में 5 अक्तूबर की रात 8:30 बजे दो युवक गए थे। करीब 39 मिनट बाद एक युवक मुंह ढके हुए बाहर भागता हुआ देखा गया। फुटेज में दिखा की आग लगने के बाद कुछ देर बाद करीब 2:57 बजे दो लोग मुंह ढककर बाहर आते दिखे। इनमें एक अमृता लग रही थी। पुलिस ने अमृता के मोबाइल फोन की लोकेशन खंगाली तो पता चला कि घटना के समय वह फ्लैट में ही थी। इस आधार पर पुलिस को अमृता पर शक हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने अमृता के मोबाइल की सीडीआर निकलवाई। उसका मोबाइल लगातार बंद आ रहा था। इंस्पेक्टर पंकज तोमर की टीम ने अमृता की तलाश शुरू की। मुरादाबाद में उसके घर, रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की गई। जांच में पता चला कि अमृता दिल्ली के छतरपुर में छिपी है।
18 अक्तूबर को सबसे पहले अमृता को मुरादाबाद से दबोच लिया गया। उससे पूछताछ के बाद हत्याकांड से पर्दा उठ गया। इसके बाद मुरादाबाद से ही सुमित कश्यप और संदीप कुमार को दबोच लिया गया। तीनों को दो-दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया। बाद में अदालत में पेश कर इनको जेल भेज दिया गया।
छह महीने प्यार और हत्या
रामकेश और अमृता की मुलाकात मई 2025 में हुई थी। दोनों की बातचीत जल्द ही प्यार में बदल गई। अमृता ने रामकेश के साथ लिवइन में रहना शुरू कर दिया। रामकेश ने अमृता के साथ कुछ अश्लील वीडियो और फोटो रिकॉर्ड करके अपने पास हार्ड डिस्क में रख लिए। अमृता को पता चला तो उसने उसे डिलीट करने के लिए कहा। कई बार अमृता ने उससे यह मांगे भी, लेकिन वह कोई न कोई बहाना बनाकर उसे टाल देता था। यह बात अमृता को हजम नहीं हो रही थी। अमृता ने यह बात अपने पूर्व प्रेमी सुमित को बताई। रामकेश की हत्या की साजिश रची। सुमित ने बिना बताए अपने दोस्त संदीप को दिल्ली बुला लिया। वारदात के समय अमृता पहले से फ्लैट में मौजूद थी। रात 8.30 बजे सुमित व संदीप उसके फ्लैट पर पहुंचे। पिटाई लगाने के बाद रामकेश की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। संदीप हत्या के फौरन बाद 39 मिनट बाद वहां से निकल गया। बाद में अमृता और सुमित ने फ्लैट की तलाशी लेकर हार्ड डिस्क बरामद करने के बाद वहां मौजूद दोनों लैपटॉप भी ले लिए गए। अमृता ने रामकेश के ट्रॉली बैग में अपने कपड़े भर लिए। बाद में ट्रॉली बैग, दो लैपटॉप और बाकी सामान के साथ वहां से निकल गए।
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