मेलबर्न। टी- 20 वर्ल्ड कप 2022 कई उल्टफेर के लिए जाना जाएगा। जैसे दो बार की विश्वचैंपियन वेस्टइंडीज को मेन मैच से बाहर होना पड़ा। वहीं 2010 के विश्व चैंपियन इंग्लैंड को आयरलैंड ने 5 विकेट से हराकर 420 का करंट का झटका दिया। टी-20 रैंकिंग में आयरलैंड 12वें नंबर पर है। वहीं, इंग्लैंड की टीम तीसरे नंबर पर है।
जब बारिश हुई तब इंग्लैंड ने 14.3 ओवर में 105 रन बनाए थे और उनके 5 विकेट गिर चुके थे। मोईन अली 24 रन और लियाम लिविंगस्टोन 1 रन बनाकर क्रीज पर थे। इससे पहले आयरलैंड ने जीत के लिए इंग्लैंड को 158 रन का टारगेट दिया था।
इसलएि हारा इंग्लैंड
आयरलैंड से मिले 158 रनों के लक्ष्य के जवाब में उतरी इंग्लैंड की शुरुआत काफी खराब रही। उसने 29 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। उसके दोनों ओपनर महज 14 रन जोड़ सके। कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर शून्य पर आउट हो गए, जबकि एलेक्स हेल्स ने 5 गेंद में एक चौके की मदद से 7 रन बनाए। दोनों विकेट जोशुआ लिटिल को मिले। इंग्लैंड गेंदबाज मीडिल ओवर्स में आयरलैंड के विकेट नहीं गिरा सके। आयरलैंड के कप्तान एंड्रयू बालबर्नी और लोर्कन टकर के बीच 57 बॉल पर 82 रनों की साझेदारी हुई। ऐसे में टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
बारिश बनी विलेन
5 विकेट गंवाने के बाद भी माना जा रहा था कि इंग्लैंड स्कोर चेज कर लेगी, क्योंकि मोईन अली बड़े शॉट लगा रहे थे, लेकिन बारिश ने खेल बिगाड़ दिया। फ्रैंड डकवर्थ और टोनी लुईस ने एक सिद्धांत दिया था। जिसका उद्देश्य वर्षा बाधित मैचों का रिजल्ट निकालना था। 1997 में पहली बार इंटरनेशनल मैच में इसका इस्तेमाल किया था। इससे पहले ICC सिर्फ टीम का रन औसत ही देखती थी।
यानी मैच में जिस टीम ने बारिश के समय ज्यादा औसत से रन बनाए होते थे, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता था। इस पुराने नियम में विकेट गिरने की बात का ख्याल नहीं रखा जाता था, जबकि डकवर्थ-लुईस नियम में बारिश से बाधित मैच तक के ओवरों में दोनों टीमों का रन औसत और विकेट को ध्यान में रखा जाता है।इस तरह इंग्लैंड को हार का मुंह देखना पड़ा।
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