नईदिल्ली। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने बयानों से कई बार पार्टी आलाकमान की फजीहत करा चुके थे, ऐसे में उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने पार्टी की छिछालेदर होने से कोई नहीं बचा सकता था। इसलिए हाईकमान के इशारे के बाद दिग्गी राजा ने मैदान छोड़ दिया। इस तरह अशोक गहलोत के बाद दिग्गी के मैदान छोड़ने के बाद अब शशी थरूण और मलिकस अर्जुन खड़गे के बीच मुकाबला होता दिख रहा हैं। अब तो ऐसा लगने लगा है कि कांग्रेस भी मीडिया में स्पेश पाने के लिए यह नौटंकी कर रही है, ताकि लोगों का ध्यान दम तोड़ रही कांग्रेस की तरफ जाए।
आपकों बता दें कि दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए कुछ ऐसे बयान है, जिस पर पार्टी ने आज तक अपने को अलग रखा है, ऐसे में उनके हाथों में पार्टी कैसे दे दे। मालूम हो कि’दिग्विजय सिंह राजघराने से आते हैं। उनकी नसों में राजघराने वाला खून है वह कुछ भी बोलने से पहले सोचते नहीं है। वोट बैंक को मजबूत करने के लिए किसी भी निचले स्तर तक बयान दे देते है। हालांकि, दिग्विजय सिंह आज भी कांग्रेस में गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं।’मालूम हो कि’दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा करके ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस को वापसी कराई थी। अब उनकी योजना अनुसार ही राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। इसलिए ऐसा भी नहीं है कि कांग्रेस हाईकमान दिग्विजय सिंह को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है।
दिग्विजय सिंह के विवादित बोल
दिग्विजय सिंह ने 2021 में भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से ज्यादा है, वही पीएम मोदी से प्रभावित हैं, न कि जींस पहनने वाली लड़कियां। इसी कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि साल 2024 में अगर पीएम मोदी चुनाव जीतते हैं तो वह भारतीय संविधान बदलकर आरक्षण भी खत्म कर देंगे। उस दौरान दिग्विजय ने गाय को लेकर भी विवादित बयान दिया था।
फेक है बाटला हाउस एनकाउंटर
इसी प्रकार 2008 के दौरान दिल्ली के बाटला हाउस में आतंकियों का एनकाउंटर हुआ था, जिसमें दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर शहीद हो गए थे। दिग्विजय सिंह ने इस एनकाउंटर को फर्जी करार दिया था। साल 2013 के दौरान दिल्ली की अदालत ने इस एनकाउंटर के दौरान पकड़े गए आतंकी को सजा सुनाई, तब भी दिग्विजय सिंह अपने बयान पर कायम दिखे। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर फर्जी था। अगर न्यायिक जांच होती तो काफी बातें सामने आ जातीं। उनके इन बयानों पर कांग्रेस को आज तक सफाई देनी पड़ती है।
सत्ता के दो केंद्र काम नहीं कर सके
यूपीए सरकार के दौरान भी दिग्विजय सिंह ने कई विवादित बयान दिए। टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सत्ता के दो केंद्र (तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी) ठीक से काम नहीं कर सके। इस सिस्टम को भविष्य में बदलना होगा। इस बयान पर भाजपा के नेता आज भी दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी को घेरने की कोशिश करते हैं।
ओसामा जी’ वाले बयान कभी नहीं भूलेंगे
अमेरिका ने जब अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, तब दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘ओसामा जी कई साल से पाकिस्तान में रह रहे थे। ऐसा कैसे संभव है कि पाकिस्तान के अधिकारियों को पता नहीं चला। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को ओसामा बिन लादेन को सम्मानपूर्वक दफन करना चाहिए था। बाद में दिग्विजय सिंह ने मीडिया पर आरोप लगाया कि इन बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। इनके अलावा भी दिग्विजय सिंह तमाम ऐसे बयान दे चुके हैं, जिससे कांग्रेस के लिए असहज स्थिति बन गई। अगर वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो विरोधी पार्टियां उनके इन बयानों को एक बार फिर उठा सकती हैं।
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