देवरिया। होली के त्योहार पर खरीदी करने घर से निकले दादा- पोते की शुक्रवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। शुक्रवार शाम पिकअप की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और पिकअप की तलाश में जुटी है। उधर एक साथ दो मौतों की सूचना जब परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया।
तरकुलवा थाना क्षेत्र के सिरवनिया गांव निवासी चंद्रबली कुशवाहा (65 वर्ष) अपने पोते सतीश कुशवाहा (20 वर्ष) के साथ बाइक से कंचनपुर चौराहे पर बाजार करने गए थे। वह अपने पोते के साथ बाइक से घर लौट रहे थे। उसी दौरान गांव के समीप कसया-देवरिया मार्ग के रतनपुरा चौराहे पर ईंट-भट्टे के सामने देवरिया से कसया की ओर जा रही बेकाबू पिकअप की चपेट में आ गए। इससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
परिवार का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
यह सूचना जब गांव वालों को मिली तो मौके पर पहुंच गए। तरकुलवा पुलिस भी सूचना पाकर मौके पर पहुंची। दोनों के शवों को कब्जे में लेकर छानबीन में जुटी है। इसकी जानकारी जब मृतक की मां धर्मावती देवी, छोटे भाई परमेश तथा दो छोटी बहनों को हुई तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सभी उस पल को कोस रहे थे, जिस समय बाबा और पोता बाजार के लिए निकले थे।
पूरे परिवार का सहारा था सतीश
वहीं इस मामले में थानाध्यक्ष दिनेश कुमार का कहना है कि अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आसपास के लोग बता रहे हैं कि पिकअप से हादसा हुआ है। जिसकी तलाश की जा रही है। पिता की मौत के बाद सतीश के कंधों पर थी पूरे परिवार की जिम्मेदारी सतीश चार भाई दो बहनों में सबसे बड़ा था। उसके पिता रामध्यान की मौत बहुत पहले ही हो गई थी। घर की सारी जिम्मेदारी सतीश पर ही थी।
वहीं बाबा के बुढ़ापे का सहारा था। वह खेतीबारी कर पूरे परिवार की जिम्मेदारियों को निभाता था। अपने सभी छोटे-भाई बहनों की वह हर ख्वाहिश पूरी करने के साथ ही उन्हें अच्छी शिक्षा भी दे रहा था। ग्रामीण बताते हैं कि वह होली की खरीदारी करने के बाद छोटी बहनों के लिए पनीर लेकर बाबा के साथ लौट रहा था, तभी पिकअप ने उन्हें रौंद दिया।
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