जयपुर। राजस्थान का शिक्षविभाग लग रहा एक दम जाहिलों से भरा पड़ा हुआ हैं, जालौर घटना के बाद एक के बाद एक बेरहमी शिक्षकों की सामने आ रही है। जालौर की घटना की आग अभी थमी नहीं कि उसके बाद उदयपुर फिर दौसा में शिक्षक की निर्दयता का मामला सामने आया है।राजस्थान के जालोर में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत हो गई। राजस्थान के शिक्षक सबक नहीं ले रहे है, लगातार कू्ररतपूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। अब दौसा में आरोप है कि शिक्षक ने एक दलित छात्र की पिटाई की और हाथ तोड़ दिया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यह घटना पांच अगस्त की है, लेकिन एफआईआर 25 अगस्त को दर्ज करवाया गया है। जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कैलाई में पढ़ने वाले रोहित महावर 10 के पिता विनोद महावर ने गुरुवार को केस दर्ज करवाया। पिता ने पुलिस को बताया कि स्कूल शिक्षक रामेश्वर प्रसाद ने पांच अगस्त को उसके बेटे को बेरहमी से लात मारी थी। इससे रोहित गिर गया और उसकी कोहनी फ्रैक्चर हो गई।
परिजनों को शिक्षक ने धमकाया
जब परिजनों ने मामले की जानकारी हेडमास्टर को दी तो उन्होंने उल्टे परिजनों को धमकाया। पीड़ित बच्चे के परिजनों का कहना है कि रोहत पांचवी क्लास में है। घटना वाले दिन उसने टीचर रामेश्वर प्रसाद से पढ़ाने के लिए कहा तो उसके साथ मारपीट की गई। छात्र के पिता घटना के बाद स्कूल का आरोप है कि मामले के बाद हेडमास्टर रामवतार बैरवा भी कुछ दिन अवकाश पर चला गया। हेडमास्टर दोषी अध्यापक को बचाने की कोशिश में लगा है। इसलिए उसने उन्हें धमकाया। वहीं छात्र के परिजनों ने कलेक्टर कमर चौधरी को शिकायत दी। जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए। अब इस मामले में सिकंदरा पुलिस थाने में टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शिक्षक ने दी सफाई
वहीं आरोपी शिक्षक रामेश्वर प्रसाद गुर्जर ने सफाई दी कि उसने बच्चे को नहीं पीटा है जिस वक्त की घटना बताई जा रही है उस वक्त एक क्लास में पीरियड ले रहा था। मामला सच होता तो उसी वक्त सामने आता।वहीं डीईओ घनश्याम मीणा ने चार सदस्यीय टीम बनाकर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि टीम की जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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