नईदिल्ली। भारत और नेपाल के बीच पहली बार शनिवार से ट्रेन सुविधा शुरू हो जाएगी। पाकिस्तान व बांग्लादेश बाद अब भारत और नेपाल के बीच भी ट्रेन सेवा शनिवार से शुरू हो जाएगी। बिहार के मधुबनी जिला स्थित जयनगर से नेपाल के जनकपुरधाम होते हुए कुर्था तक ट्रेन से सफर हो सकेगा। शनिवार को दिल्ली में भारत व नेपाल के प्रधानमंत्री संयुक्त रूप से इसका वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा दिल्ली पहुंच चुके हैं। मुख्य उद्घाटन समारोह जयनगर में होगा। इस ट्रेन पर नेपाल रेलवे का नियंत्रण होगा। खास बात यह है कि इस ट्रेन में भारत व नेपाल को छोड़ किसी अन्य देश के नागरिक सफर नहीं कर सकेंगे। ट्रेन अभी जयनगर से कुर्था के बीच चलेगी। हालांकि, आने वाले दिनों में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाना है।
दो दिन बाद यात्रियों के लिए सेवा
डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन के परिचालन की तैयारी पूरी कर ली गई है। दो अप्रैल को रेल कर्मियों व अधिकारियों को लेकर ट्रेन कुर्था के लिए रवाना होगी। अगले दिन से यात्रियों के लिए परिचालन प्रारंभ हो जाएगा।भारत-नेपाल मैत्री ट्रेन सेवा दो अप्रैल (शनिवार) से शुरू होने जा रही है।
खास बात यह है कि करीब आठ सालों से बंद इस ट्रेन सेवा के शुरू होने पर ट्रेन में सिर्फ भारतीय व नेपाली यात्री ही सफर कर पाएंगे। दूसरे देशों के यात्रियों को इस ट्रेन में अभी सफर करने की अनुमति नहीं दी गई है। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एसओपी में इसकी चर्चा है।यात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट रखना अनिवार्य नहीं है, लेकिन उन्हें फोटोयुक्त वैध पहचान पत्र साथ रखना होगा।
साल 2014 के बाद अब फिर चलेगी ट्रेन
जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक साल 2014 तक नेपाली ट्रेनों का परिचालन होता था। भारत सरकार ने वर्ष 2010 में मैत्री योजना के तहत जयनगर से नेपाल के वर्दीवास तक 69.5 किलोमीटर की दूरी में नैरो गेज ट्रैक को मीटर गेज में बदलने व नई रेल लाइन बिछाने के लिए 548 करोड़ रुपये स्वीकृत किए। फिर, साल 2012 में इरकॉन ने जयनगर में इस योजना पर काम शुरू किया। यह परियोजना तीन चरणों में बांटी गई है। इसके तहत जयनगर से कुर्था की 34.5 किलोमीटर रेल सेवा के लिए गत बीते जुलाई 2021 में स्पीड ट्रायल किया गया था। अब इस रेलखंड पर परिचालन शुरू होने जा रहा है।
ट्रेन से व्यापार व धार्मिक पर्यटन बढ़ेंगे
इस ट्रेन के शुरू होने से न केवल व्यापार बढ़ेगा, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। भारत के लोगों के लिए जनकपुर में माता जानकी मंदिर में दर्शन करना आसान हो जाएगा। चैत नवरात्र के दौरान इस ट्रेन सेवा के कारण जनकपुर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावना है। भारत और नेपाल के व्यापारी अब आसानी से सामान खरीदकर आ-जा सकेंगे। मधुबनी व आसपास में कपड़ा व खाद्यान्न के थोक मार्केट हैं, जहां का व्यापार नेपाली ग्राहकों पर टिका है। रोजाना दो से तीन करोड़ का व्यवसाय होता है, जिसके डेढ़ गुना बढ़ने का अनुमान है। ट्रेन में व्यावसायिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत के जयनगर एवं नेपाल के इनरवा स्टेशन पर कस्टम चेकिंग प्वाइंट भी बनाए गए हैं।
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