चेन्नई सुपर किंग्स के 210 रन के लक्ष्य को लखनऊ सुपर जाइंट्स ने पाकर चटाई दिग्गजों को धूल

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Lucknow Super Giants chased down the target of 210 runs for Chennai Super Kings.
गेंदबाजी के मामले में वह अभी भी कई टीमों से पीछे दिखाई दे रही हैं।

खेल डेस्क। आईपीएल 2022 के सीजन लखनऊ की टीम पहली बार मैदान में उतरी है। इस टीम कई अनुभवी के साथ ही नए चेहरों को मौका दिया गया। टीम ने IPL के 15वें सीजन में अभी तक दो मैच खेले, दोनों ही मैचों में टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए मैच अपने नाम किया।

गुरुवार को लखनऊ सुपर जाइंट्स ने अपना दूसरा मैच चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ खेला। इस मैच में सभी खिलाड़ियों ने अपना बेस्ट दिया, सबसे ज्यादा प्रभाावित युवा बल्लेबाज आयुष बडोनी ने किया। आयाुष ने 9 गेंद पर 19 रन में चौकों-छक्कों की बारिश करके लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।लखनऊ सुपरजाइंट्स के धुरंधर क्विंटन डी कॉक 61, इविन लुईस 55 और कप्तान केएल राहुल 40 की आतिशी बल्लेबाजी की बदौलत विरोधी टीम के 210 रनों का विशाल स्कोर भी लखनऊ के सामने छोटा पड़ गया।

लखनऊ सुपर जाइंट्स की गेंदबाजी कमजोर

20 ओवर के मैच में विशाल स्कोर का पीछा भले ही सुपर जाइंट्स के बल्लेबाजों ने अंतिम ओवर में पूरा कर लिया हो, लेकिन गेंदबाजी के मामले में वह अभी भी कई टीमों से पीछे दिखाई दे रही हैं। गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में लखनऊ की टीम के गेंदबाजों का प्रर्दशन का काफी लचीला रहा जिसकी वजह से चेन्नई ने शानदार स्कोर बनाया। यह तो अच्छा रहा कि बल्लेबाजों ने जमकर चौके -छक्के लगाए जिससे चेन्नई का विशाल स्कोर भी छोटा पड़ गया। इविन लुईस ने शानदार 55 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम के लिए जीत आसान की,जिसे आयुष ने अंतिम ओवर में पूरा कर दिया।

19वा ओवर साबित हुआ गेम चेंजर

19वें ओवर में 25 रन बटोरकर लखनऊ ने मैच को अपने नाम कर लिया और आईपीएल के 15वें संस्करण में दो अंक बटोर कर खाता भी खोल लिया। चेन्नई के खिलाफ खेले गए मैच में एंड्रयू टाई ने 40 ,आवेश खान ने 38 तो दुष्मन्था चमीरा ने 49 और क्रुणाल पांड्या ने 36 रन लुटाए। चेन्नई के बल्लेबाजों ने लखनऊ के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की, केवल रवि विश्नोई ही किफायती साबित हुए। ।

भगवान भरोसे जीती लखनऊ टीम

यूपीसीए के सिलेक्टर अरविंद कपूर ने गुरुवार के मैच के बाद साफ और खुले शब्दों में कहा कि लखनऊ की टीम भगवान भरोसे जीती है। वह अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रही है। यह मैच आराम से जीता जा सकता था। जब ग्राउंड की कंडीशन आप जानते हैं और बॉलिंग के लिए विदेशी खिलाड़ी रखे हैं तो ऐसे मैच में भगवान भरोसे ही जीत मिलेगी। टॉस जीता, तो बैटिंग लेनी चाहिए थी क्योंकि आपका बैटिंग ऑर्डर अन्य टीमों के मुकाबले अलग है और सबसे युवा प्लेयर जुड़े हुए हैं।

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