पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने शराब ने कुछ साल पहले प्रदेश में शराबबंदी इसलिए की थी कि प्रदेशवासियों को जहरीली शराब से बचा सकें, लेकिन शराब तस्करों ने इसके बाद भी लोगों तक धड़ल्ले से जहरीली शराब पहुंचा रही है।बिहार में जहरीली शराब पीने से अभी तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है।
गोपालगंज जिले में जहरीली शराब लेने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। वहीं, बेतिया में 10 लोग जहरीली शराब की वजह से जान गवा चुके है। गोपालगंज में तीन लोगों की आंख की रोशनी चली गई है, जबकि सात लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। बीमारों का गोपालगंज और मोतिहारी के अस्पतालों में इलाज जारी है। सूत्रों के अनुसार मौतों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। उधर, गोपालगंज एसडीएम उपेन्द्र पाल ने अभी तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक महम्मदपुर थाने के कुशहर, महम्मदपुर, मंगोलपुर, बुचेया व छपरा के मसरख थाने के रसौली गांव के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि बुधवार शाम तक आठ लोगों की मौत हुई थी। वहीं, गुरुवार सुबह तक मोतिहारी और गोपालगंज के अस्पताल में भर्ती पांच और लोगों की मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। हालांकि, प्रशासन ने गुरुवार सुबह तक मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी की बात से इनकार किया है।
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
प्रदेश में जहरीली शराब से हो रही मौत पर विपक्षी दल राजद ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है। राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने ट्वीट किया “ये है आपकी शराबबंदी का क्रूर सच मुख्यमंत्री जी,लेकिन आपको न चिंता करनी है और ना ही चिंतन…बस चुनाव ‘येन केन प्रकारेण’ जीत लिए जाएं,बाकी जनता भुगते परिवार बर्बाद हो जाएं आपको जनता के दर्द से क्या लेना देना है।
चार शराब तस्कर गिरफ्तार
23 लोगों की मौत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर सदर एसडीओ उपेंद्र पाल, एसडीपीओ संजीव कुमार सिंह के साथ महम्मदपुर, बैकुंठपुर व सिधवलिया थाने की पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने तुरहा टोला से चार शराब तस्कर छोटे लाल साह, अशोक शर्मा, रामप्रवेश साह और जितेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये सभी तस्कर लंबे समय से इस कारोबार से जुड़े हुए थे।
गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार दलबल के साथ महम्मदपुर और कुसहर गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मिले और घटना की जानकारी ली। डीएम ने उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
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