नईदिल्ली। देश में लगातार महंगाई पैर पसार रही है। सरकार केवल अपने टैक्स से मतलब रख रही है। तेल कंपनियां जब दिल करता है रेट बढ़ा देती, लेकिन घटाती कभी नहीं। ऐसे में गुरुवार से शुरू हो रहे त्योहारों पर महंगाई की मार पड़ना तय है। आने वाले दिनों में नवरात्रि फिर दशहरा ऐसे में सरकार ने लोगों को एक और झटका दिया है। पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 15 रुपए की बढ़ोतरी की है। दिल्ली-मुंबई में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत अब 899.50 रुपए हो गई है। 5 किलोग्राम सिलेंडर की नई कीमत अब 502 रुपए है। नई दरें आज से लागू हो गई हैं।
मालूम हो कि अभी एक अक्टूबर को ही सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने 19 किलोग्राम कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 43.5 रुपए प्रति सिलेंडर तक बढ़ाए थे। दिल्ली में 19 किलोग्राम कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1693 रुपए से बढ़कर 1736.5 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है। जहां एक तरफ लोग खाद्य पदार्थों की महंगाई से जूझ रहे वहीं रसोई सिलेंडर के बढ़ते लगातार दामों से घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है।
वहीं बात करे तो पेट्रोल और डीजल की बढ़ोतरी रोज दर्ज की जा रही है। वैश्विक बाजार में आई कच्चे तेलों की कीमत में उछाल से देश में ईंधन की कीमतों में होने वाले रोज—रोज के इजाफे का क्रम जल्दी रुकने वाला नहीं है। जहां एक तरफ यात्रा खर्च बढ़ता जा रहा हैं दूसरी तरफ खाद्य पदार्थों और रसोई गैस का दाम बढ़ने से महंगाई अपने चरम पर पहुंच रही है। एक साथ 15 रुपये बढ़ाना कंपनियों के लिए भले ही बड़ी बात नहीं हो, लेकिन घर चलाने वाली गृहणियों के लिए 15 रुपये की व्यवस्था करने के लिए दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ती है। घरों में रोज पैसों को लेकर कलह होने लगी है,क्योंकि कमाई सबकी घटती जा रही है और खर्चा बढ़ता जा रहा है।
इसे भी पढ़ें…
- हिमाचल प्रदेश में मस्ती करने गए हरियाणा के दो सगे भाईयों समेत चार की हादसे में मौत
- लखीमपुरखीरी को लेकर वरुण गांधी का किया गया वीडियो ट्वीट चर्चा में, जानिए क्यों मचा बवाल
- जन संस्कृति मंच, उ. प्र. का आठवां राज्य सम्मेलन बांदा में सम्पन्न