हरियाणा। एक हादसे ने तीन परिवारों की खुशियां खाक में मिला दी। जैसे ही हरियाणा के कैथल में चार युवकों की मौत की खबर पहुंचीं तो उनके घरों में कोहराम मच गया। मरने वालों में दो सगे भाई और दो अपने-अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।कैथल के जाट कॉलेज के पूर्व प्रधान एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता गांव मालखेड़ी के पूर्व सरपंच दर्शन सिंह मालखेड़ी के दो बेटों राहुल व अभिषेक और गांव जाखौली निवासी एवं भगत सिंह कालोनी में रह रहे मोहित और गांव बालू निवासी रॉबिन की हिमाचल के बिलासपुर के निकट एक हादसे में दर्दनाक मौत हो गई।
इस हादसे की सूचना से गांव में मातम पसरा हुआ है। चारों युवक दर्शन मालखेड़ी के बड़े पुत्र राहुल के यूरोप का वीजा लगने से पहले टूर पर मौज मस्ती करने गए थे। तीन साल पहले बीमारी के कारण दर्शन सिंह मालखेड़ी की मौत हो गई थी। उनके परिवार में अब उनकी पत्नी बची हैं। हादसे से पूरा परिवार ही बिखर गया है। वहीं जाखौली व बालू के दोनों युवक भी अपने माता-पिता के इकलौते बेटे बताए जा रहे हैं।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार दर्शन सिंह मालखेड़ी के बड़े पुत्र 24 वर्षीय राहुल का यूरोप जाने के लिए वीजा मिला था। यूरोप जाने से पहले ही वह श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे। इसके बाद वह अपने छोटे भाई अभिषेक (21) को भी साथ ले गया। दोस्त मोहित व रॉबिन को लेकर मोहित की कार में सवार होकर घूमने तीन अक्तूबर को निकले थे।
मंगलवार पांच अक्तूबर को परिजनों को इस बारे में पता चला कि उनके साथ हिमाचल में हादसा हुआ है। हादसे की सूचना मिलते ही चारों के परिजन हिमाचल प्रदेश के लिए निकल पड़े। परिवार की महिलाओं व कई सदस्यों को हादसे की अभी जानकारी नहीं है। जिन्हे हादसे की जानकारी मिली वे स्तब्ध हैं।
मालूम हो कि तीन साल पहले दर्शन सिंह मालखेड़ी की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। वे सर्वसम्मति से गांव के सरपंच, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता और बाद में कैथल जाट कॉलेज जैसी जानी-मानी संस्था के अध्यक्ष भी रह चुके थे। अब उनके दो सगे बेटों की मौत ने परिजनों को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार को चारों युवकों के शव कैथल पहुंचेंगे।
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