तुर्कीए। भूकंप ने तुकीए देश में सोमवार अलसुबह जमकर तबाही मचाई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस प्राकृतिक आपदा में सैंकड़ो लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही हालांकि अभी तक 500 लोगों के मौत की पुष्टि हुई हैं। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि तुर्किये में अब तक 53 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें से 5 लोगों की मौत ओस्मानिए शहर में हुई। सेनलुइर्फा शहर में 12 लोग मारे गए हैं। इन 2 शहरों में 50 इमारतें ढह गईं। वहीं, सीरिया में 42 लोग मारे गए हैं।
लगातार 3 भूकंप आए
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, पहले भूकंप का केंद्र कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। स्थानीय समय के अनुसार, ये भूकंप सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया। इसके 11 मिनट बाद 6.7 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया। इसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। दूसरे भूकंप के 19 मिनट बाद 5.6 तीव्रता का तीसरा भूकंप भी आया। लिहाजा कई लोगों के मलबे में दबे होने और मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, भूकंप के केंद्र के पास यानी गाजियांटेप शहर में कई सीरियाई रेफ्यूजी रहते हैं। यूनाइटेड नेशन्स कमिशनर फॉर रेफ्यूजी के मुताबिक, दुनिया के सबसे ज्यादा रेफ्यूजी तुर्किये में रहते हैं। इनमें से 3.5 मिलियन सीरिया के रेफ्यूजी हैं। गाजियांटेप से ही इनकी मदद के लिए बड़े ऑपरेशन्स चलाए जाते हैं।। 16 इमारतों को नुकसान पहुंचा है। यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। सनलिउर्फा मेयर ने इसकी पुष्टि की है।
सीरिया तक महसूस किए गए झटके
जानकारी के मुताबिक, भूकंप के झटके दूर सीरिया तक महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि कई इमारतों को नुकसान पहुंचने की खबरें आई हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मानें तो भूकंप की वजह से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ट्विटर पर कहा कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव दलों को तुरंत भेजा गया। हमें उम्मीद है कि हम इस आपदा को एक साथ जल्द से जल्द और कम से कम नुकसान के साथ पार कर लेंगे।
ऐसे आता है भूकंप
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
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