लखनऊ-बिजनेस डेस्क। भारत सरकार ने अपनी आरडीएसएस योजना के तहत हाल ही में देश भर में 25 करोड़ पारम्परिक इलेक्ट्रिकमीटरों को स्मार्ट मीटरों से बदलने की योजना का ऐलान किया था। भारत सरकार केइसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए अग्रणी दूरसंचार सेवा प्रदाता वोडाफ़ोन आइडियाकी एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पूरी तरह सेसुरक्षित, आईओटी इनेबल्ड अडवान्स्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर (एएमआई) उपलब्ध कराने केलिए ईईएसएल के साथ साझेदारी की है।इस साझेदारी के तहत वीबिज़नेस, डिस्कॉम्स के लिए 16.7 लाख आईओटी इनेबल्ड स्मार्ट मीटर पहले से इन्स्टॉलकर चुका है।
मीटरों की रीडिंग में सुधार आया
वी के आईओटी इनेबल्ड स्मार्ट मीटरों के परिणामस्वरूप मीटरों की मासिक रीडिंग में अच्छा सुधार आया है। स्मार्ट मीटर इन्स्टॉल करने से बिलिंग औरसंग्रहण क्षमता भी बेहतर हुई है और डिस्कॉम्स का राजस्व भी बढ़ा है। इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए अरविंद नेवातिया, चीफ़ एंटरप्राइज़बिज़नेस ऑफिसर, वोडाफ़ोन आइडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हमें ईईएसएल केसाथ अडवान्स्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर कम्युनिकेशन पार्टनर के रूप में जुड़ने तथा भारतसरकार द्वारा स्मार्ट मीटरों को अपनाने के मिशन में सहयोग प्रदान करने का मौकामिला है। यह साझेदारी वी बिज़नेस द्वारा अनुकूल एवं पूर्णतया सुरक्षित आईओटीसमाधान उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
स्मार्ट मीटरिंग प्रोजेक्ट
वी के आईओटी इनेबल्ड स्मार्टमीटरों से बिलिंग एवं संग्रहण प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप कम हो जाता है, जिससेचोरी और नुकसान की संभावना कम हो जाती है। हमें उम्मीद है कि ईईएसएल औरडिस्कॉम्स के साथ यह साझेदारी बेहद सफल होगी।’’ वी बिज़नेस की प्रोडक्ट क्षमता की सराहना करते हुए अरुण कुमार मिश्रा, सीईओ,ईईएसएल ने कहा,‘ईईएसएल,उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, नई दिल्ली और अंडमान में स्मार्ट मीटर नेशनलप्रोग्राम के तहत भारत के पहले बड़े पैमाने के स्मार्ट मीटरिंग प्रोजेक्ट की तैनातीकर रहा है। ईईएसएल ने यूपी और हरियाणा के डिस्कॉम्स में नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए वोडाफ़ोन आइडिया से आईओटी सेवाएं ली हैं।
ईईएसएल के स्मार्ट मीटरबिलिंग एवं संग्रहण प्रणाली की दक्षता बढ़ाकर भारत के उर्जा परिवेश में बदलावला रहे हैं; इससे संचालन एवं रखरखाव की लागत कम हो रही है; सेवाओं कीगुणवत्ता में सुधार आ रहा है, साथ ही उपलाक्ओं को मांग पक्ष प्रबन्धन के विकल्पभी मिल रहे हैं।
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