ट्रेन में छूटा कलेजे का टुकड़ा तो मां हुई बदहवास, 47 मिनट बाद बच्चा मिला तो आई जान में जान

178
When a piece of liver was left in the train, the mother became upset, after 47 minutes the child was found, then she came to life
महिला ट्रेन के पीछे-पीछे भागने लगी, ट्रेन नहीं रूकी।

कानपुर। कई बार ऐसी अनचाही घटनाएं होती है, जिनके बारे में सुनकर जान हलक में आ जाती हैं। कुछ ऐसा ही घटना ट्रेन से सफर कर रही के साथ हुई। महिला अपने चार साल के बेटे के साथ मां कामाख्य देवी का दर्शन करने राजस्थान से जा रही थी। इस बीच ट्रेन कुछ देर के लिए मंधना स्टेशन पर रूकी तो वह पानी के लिए नीचे उतरी, इसी दौरान ट्रेन चल पड़ी यह देख महिला की जान निकल पड़ी। महिला ट्रेन के पीछे-पीछे भागने लगी, ट्रेन नहीं रूकी। इसके बाद इसकी जानकारी जीआरपी को हुई तो अगले स्टेशन पर बच्चे को ट्रेन से उतारा गया, महिला भी भागते हुए कानपुर स्टेशन पर पहुंची, जब बच्चे को सही सलामत पाई तो उसके जान में जान आई।

शादी के आठ साल बाद हुआ था बच्चा

जयपुर.कामाख्या एक्सप्रेस से कामाख्या देवी दर्शन करने जा रही महिला राजस्थान के झुंझनू जिले के नवलगढ़ झाझर पुराना वार्ड की रहने वाली है। पत्थर कारीगर मुकेश की पत्नी पूजा के शादी के आठ साल बाद बच्चा हुआ था। वह अक्सर बीमार रहता था तो पूजा उसे लेकर कामाख्या जा रही थी। सोमवार रात ट्रेन से चली। मंगलवार सुबह 11ः20 बजे मंधना में सिग्नल न होने पर ट्रेन रुकी तो पूजा पानी लेने उतर गई।

इस बीच ट्रेन चल दी। पूजा को बदहवास देख मंधना के एएसएम ऑफिस के स्टाफ ने उसे अनवरगंज जा रही मेमू पर बैठा दिया। 11ः50 बजे मेमू पहुंची लेकिन जयपुर.कामाख्या एक्सप्रेस अनवगरंज से छूट चुकी थी पूजा ने सीधे अनवरगंज स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी के पास जाकर जानकारी दी। इस पर उन्होंने प्रयागराज कंट्रोल रूम और कानपुर सेंट्रल पर आरपीएफ को सूचना दी। सेंट्रल पर प्लेटफार्म नंबर पांच पर ट्रेन रुकी और आरपीएफ ने बच्चे को उतार लिया। इस बीच पूजा भी स्टेशन पहुंच गई। बच्चे को पाकर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।

इसे भी पढ़ें…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here