लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में खुद को किंगमेकर समझकर अपनी मांगे पार्टी के सामने रखी न पूरी होने पर पार्टी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा चुनाव में अपनी सीट तक नहीं बचा पाए। जबकि वह चुनाव में अपने को ओबीसी समाज का बड़ा चेहरा बताने से पीछे नहीं हट रहे थे। चुनाव खत्म होने के बाद योगी सरकार में मंत्री बन चुकी बेबी रानी मौर्य ने रविवार को स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला। बेबी रानी मौर्य ने कहा कि भाजपा ने एक दलित को आगे रखकर मेयर, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री तक बनाया। लेकिन वो अवसरवादी थे। आज खुद ही देख लीजिए उनकी क्या हालत हो गई है।
स्वामी को बताया अवसरवादी
रविवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोलते हुए बेबी रानी मौर्य ने कहा कि वो अवसर वादी थे और बस अवसर खोजने आए थे। लेकिन आज खुद ही देख लो उनकी क्या हालत है। स्वामी प्रसाद मौर्य योगी आदित्यनाथ सरकार 1.0 में कैबिनेट मंत्री थे, लेकिन अपनी महत्वकांक्षा की वजह से चुनाव से पहले पाला बदलकर साइकिल की सवारी कर ली। स्वामी ने भाजपा पर तीखा हमला भी बोला था और भाजपा को सांप और खुद को नेवला तक कह डाला था। ये भी कहा कि भाजपा पार्टी में उन्हें तवज्जों नहीं मिली। स्वामी प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव में करारी हार मिली। उन्हें भाजपा के सुरेंद्र सिंह कुशवाहा ने 26 हजार वोटों के अंतर से हराया।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बेबीरानी मौर्य ने कहा, “मैं खुद जाटव समाज से आती हूं। भाजपा ने एक दलित को आगे रखकर मेयर, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री और भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। स्वामी प्रसाद मौर्य अवसरवादी थे और बस अवसर खोजने आए थे। आप खुद देखिए कि उनकी क्या हालत है।”
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