औरैया। औरैया का रहने वाला एक युवक का इटावा की एक युवती से काफी समय प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों एक—दूसरे को दिलों जान से चाहते थे। युवक अहमदाबाद में नौकरी करता था, जब भी घर आता था वह अपनी प्रेमिका से जरूर मिलने जाता था। इस बार जब वह गांव आया तो वह प्रेमिका से मिलने गया। प्रेमिका ने शादी की बात कहीं, इसके बाद दोनों ने घर वालों की परवाह किए बिना ही तत्काल मंदिर में शादी रचा ली। इसकी जानकारी जब दोनों को परिजनें को हुई तो हंसी—खुशी दोनों के घर वालों ने इस रिश्ते को मंजूरी देते हुए शादी दिन पहले धूमधाम से दोनों की शादी करा दी थी। सोमवार शाम को युवक जब नई नवेली दुल्हन को लेकर ससुराल जा रहा था, इसी दौरान उसकी बाइक आगे चल रही ट्रक से जा टकराई। ट्रक में बाइक टकराने से युवक की मौके पर ही मौत् हो गई, जबकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल युवती को इलाज के लिए सैफई के हायर सेन्टर भिजवया। अस्पताल पहुंचने से पहले युवती ने दम तोड़ दिया। जैसे ही इस हादसे की जानकारी दोनों के घर पहुंची तो कोहराम मच गया। यीशु की मां बेटे की मौत की खबर से पगला गई। दिव्यांग पिता रो-रोकर बेहाल हो गय वहीं युवती के घर पर भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी। जिस परिवार ने सात दिन पहले बेटी को दुल्हन बनाकर विदा किया था वह उसके शव को देखकर सिहर गया।
प्रेम कहानी के दर्दनाक अंत की कहानी औरैया के गोविंद नगर की है। यहां के रहने वाले यीशु (22) पुत्र कमल सिंह ननिहाल गुलजार नगर (भवानीपुर) महेवा इटावा में रहता था। 12 जुलाई को यीशु की शादी सहार ब्लॉक के तारा का पुरवा निवासी राजेंद्र की पुत्री विनीता से शादी हुई थी। सोमवार को पहली विदाई में वह पत्नी को बाइक से लेकर ससुराल जा रहा था। अजीतमल में फूटेकुआं के पास हाईवे पर बाइक अनियंत्रित होकर आगे चल रहे ट्रक में घुस गई। हादसे में यीशु की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि विनीता गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने घायल विनीता को इलाज के लिए सैफई भिजवाया। रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे की जानकारी मिलते ही दोनों के परिजन मौके पर पहुंचे। सीओ अजीतमल प्रदीप कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद बाइक और ट्रक को कब्जे में लिया गया है। लोगों ने कहा कि अगर यीशु हेलमेट लगाए होता तो शायद उसकी जान बच जाती। मृतक के चाचा विकास बाबू की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
परिजनों ने बताया कि यीशु का विनीता से काफी लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। गुजरात के अहमदाबाद में नौैकरी करने के बाद घर लौटकर आने पर यीशु ने विनीता से मंदिर में शादी रचा ली। जब घरवालों को इसकी भनक लगी तो 12 जुलाई को दोनों परिवारों ने रजामंदी के साथ धूमधाम से शादी की थी। यीशु के पिता राजेंद्र दिव्यांग है। बिलखते पिता ने बताया कि यीशु घर में सबसे छोटा था और परिवार के चलाने की सारी जिम्मेदारी उसी पर थी।बेटे की मौत से पूरा परिवार गहरे सदमें में है घर के बाहर ढांढस बधाने वालों की भीड़, लेकिन परिवार के आंसू पोछे नहीं रूक रहे है। जिस घर में सात दिन पहले बेटे की शादी हुई थी उस घर में जब उसकी अर्थी उठी तो पूरे गांव की आंखों में आंसू आ गए।
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