जयपुर। देश-प्रदेश में जहां कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं इन सबके बीच नए साल के जश्न में राजस्थान में खूब ज़ाम टकराए गए। इन सबके बीच लोग करीब अस्सी करोड़ की शाराब पी गए। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि राजस्थान में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच इस साल नए साल के जश्न में,
अकेले 31 दिसंबर को राजस्थान में 77 करोड़ 82 लाख रुपए की शराब बिक्री हुई। बताया गया कि इसमें 12 करोड़ 60 लाख रुपए की बीयर और 65 करोड़ 13 लाख रुपए की अंग्रेजी शराब शामिल है। वहीं आबकारी विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले साल यानी वर्ष 2020 में यह आंकड़ा 70 करोड़ था।
बताया गया कि रोज की तरह 31 दिसंबर की रात 8 बजे तक ही शराब की दुकानें खुली थीं।
अंग्रेजी शराब की रही खूब डिमांड
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि आबकारी विभाग के अनुसार देशभर के कई राज्यों में नए साल के जश्न पर रोक थी। ऐसे में बड़ी संख्या में सैलानी राजस्थान पहुंचे थे। शराब की बिक्री में बढ़ोत्तरी का यही कारण बताया गया। वहीं आबकारी विभाग के डेटा देखें तो इस बार लोगों ने बीयर की तुलना में अंग्रेजी शराब को ज्यादा पसंद किया है।
बताया गया कि साल 2019 में करीब 30 करोड़ रुपए की बीयर बिक्री हुई थी। बताया गया कि इस बार ये आंकड़ा केवल 12 करोड़ 60 लाख रह गया। यह बताता है कि इस बार अंग्रेजी शराब की डिमांड अधिक रही। साल 2019 की बात करें तो उस समय नववर्ष के स्वागत का जश्न मनाने में राजस्थान पीछे नहीं रहा था।
यहां 31 दिसंबर 2019 की रात तक पूरे प्रदेश में 1 अरब 4 करोड़ की शराब बिकी थी। वहीं वह समय आज से बिल्कुल अलग था। उस समय आयोजन पर किसी तरह की पाबंदी नहीं थी। लोगों ने होटल, पब, फॉर्म हाउस, रिसॉर्ट में जमकर जाम छलकाए थे।
उस समय तो आबकारी विभाग ने होटल, रेस्टोरेंट और क्लबों की पार्टियों में शराब परोसने के लिए अस्थायी लाइसेंस भी जारी किए थे। ऐसे में विभाग को भी बंपर कमाई हुई थी।
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