आगरा। पर्यटन नगरी में बेखौफ बदमाशों ने शुक्रवार देर रात एक दुकान में लूट का विरोध किया, लेकिन दुकान के कर्मचारी ने हिम्मत जुटाकर बदमाशों से भीड़ गया, लेकिन एक इंसान पर तीन बदमाश भारी पड़ै और उसे गोली मारकर मौत की नींद सुला दी। यह मामला आगरा के कालिंदी विहार में सौ फुटा मार्ग स्थित प्लाई बोर्ड एंड ग्लास एल्यूमीनियम की दुकान में हुई। शुक्रवार रात को एक बाइक से आए तीन बदमाशों ने दुकान में लूट का प्रयास किया। दुकान के कर्मचारी ने हिम्मत जुटाकर बदमाशों से भिड़ गया। दोनों बदमाशों को घसीटते हुए दुकान से बाहर ले आया। इस पर तीसरे बदमाश ने उसे गोली मार दी। कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई। व्यापारी के यहां हुई लूट की घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों ने पुलिस के देर से पहुंचने पर हंगामा किया। वहीं एसएसपी मुनिराज जी. का कहना है कि पुलिस दस मिनट में मौके पर पहुंच गई थी।
एत्मादपुर निवासी वीर बहादुर उर्फ भूरा की कालिंदी विहार में सौ फुटा मार्ग पर राधिका प्लाईबोर्ड एंड ग्लास एल्यूमीनियम के नाम से शोरूम है। यहां पर शुक्रवार को मूलरूप से फर्रुखाबाद निवासी सुशील चौहान (32) पुत्र राजपाल चौहान पहले दिन काम करने आया था। वीर बहादुर ने पुलिस को बताया कि उनके पास माल आने वाला था। इसलिए सुशील को दुकान पर रोक रखा था।
इसी दौरान रात तकरीबन 10:30 बजे दुकान पर एक बाइक पर तीन बदमाश पहुंचे। इनमें से दो बाइक से उतरकर दुकान में अंदर आ गए। उन्होंने सामान दिखाने को कहा। इस पर वीर बहादुर सामान निकालने लगे। तभी बदमाशों ने गल्ले में रखे रुपये देने को कहा। उन्होंने विरोध किया तो धमकी देने लगे। इसके बाद बदमाश गल्ला खोलने का प्रयास करने लगे।जब वीर बहादुर ने शोर मचाया तो दुकान में बैठा सुशील बदमाशों से भिड़ गया। उसने दोनों बदमाशों को पकड़ लिया। वह बदमाशों को घसीटता हुआ बाहर की तरफ ले गया। उसकी बदमाशों ने गुत्थमगुत्थी शुरू हो गई। तभी तीसरा बदमाश आया। उसने सुशील के सीने में गोली मार दी। वह लहूलुहान होकर गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बदमाशों ने एक और गोली चलाई। इसके बाद भाग गए।
घायल को अस्पताल लेकर पहुंचे
गोली लगने से घायल कर्मचारी को वीर बहादुर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर एसपी सिटी विकास कुमार और सीओ छत्ता दीक्षा सिंह पहुंच गईं। पुलिस ने छानबीन की। मगर, बदमाशों का पता नहीं चल सका। पुलिस ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए, लेकिन बदमाशों के चेहरे साफ नहीं आ सके। वह मास्क भी लगाए थे। यह भी पता नहीं चल सका कि वो किस तरफ भागे थे।
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