लखनऊ। जैसे माफिया अतीक अहमद से जमीन छिनकर गरीबों के आशियाने बनाकर दिए गए, ठीक उसी प्रकार माफिया मुख्तार अंसारी से शत्रु संपत्ति छिनकर उस पर गरीबों के लिए पक्के छत बन जाएंगे। एलडीए से मिली जानकारी के अनुसार करीब 2000 वर्गमीटर यानी 20,000 वर्ग फीट के इस भूखंड पर गरीबों के लिए चार मंजिला दो अपार्टमेंट में 72 सस्ते फ्लैट बनाएगा। यानी 36-36 फ्लैट के दो अपार्टमेंट बनेंगे। गरीबों को ये मकान डूडा की ओर से आवंटित किए जाएंगे।
एक साल में तैयार होंगे अपार्टमेंट
शासन से जारी बयान के अनुसार अपार्टमेंट एक साल में बनकर तैयार हो जाएंगे। एलडीए हफ्ते भर में अपार्टमेंट का काम शुरू कर देगा। मुख्य अभियंता अजय सिंह ने बताया कि अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा के नेतृत्व में भूखंड को कब्जे में लेकर पेड़-पौधों की कटाई, सफाई करवाई गई। इस जमीन पर अपार्टमेंट बनाने का ठेका 3.50 करोड़ में संगम इंटरप्राइजेज कंपनी को दिया गया है। गोरखपुर की यह कंस्ट्रक्शन कंपनी यूपी के कई शहरों में निर्माण कर रही है। दरअसल, एक फ्लैट की औसतन लागत 4.50 लाख रुपए आएगी।
शत्रु संपत्ति पर था माफिया का कब्जा
आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी की डालीबाग में बेनामी संपत्ति जब्त की थी, जो गाजीपुर निवासी तनवीर सहर के नाम से खरीदी गई थी। यह संपत्ति पहले मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी के नाम थी, जिसे बाद में मुख्तार ने करीबी गणेश दत्त मिश्रा को बेचा। फिर गणेश दत्त ने इसे तनवीर सहर को बेचा। इससे सटा करीब 2000 वर्ग मीटर का एक और भूखंड है, जो मुख्तार सिंडीकेट के एजाज उर्फ एजाजुल हक की पत्नी फहमीदा अंसारी के नाम पर है। इस भूखंड के ठीक सामने स्थित एक अन्य भूखंड को मुख्तार ने मां राबिया बेगम के नाम से खरीदा था। बाद में राबिया बेगम ने इसे मुख्तार के बेटों अब्बास और उमर अंसारी के नाम कर दिया था।
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