पाकिस्तानी महिला एजेंटों के हुस्न के जाल में फंसा सेना का जवान, गोपनीय दस्तावेज और वीडियो भेजे

184
Army soldier trapped in the trap of beauty of Pakistani women agents, send confidential documents and videos
महिला एजेंट को सेना की महत्वपूर्ण सूचनाएं भेज रहा था। इस पर 25 जुलाई को शांति मोय राणा को हिरासत में लिया गया।

जयपुर। पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ मोर्चेबंदी में जुटा रहता है, कभी सेना को आगे करके को कभी घुसपैठियों को आगे करके अब सुन्दर महिलाओं के जरिए भारतीय जवानों ओर अधिकारियों को अपने जाल में फंसाकर गुप्त दस्तावेज हासिल कर रहा है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है राजस्थान से यहां इंटेलिजेंस ने ऑपरेशन सरहद के तहत मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय दस्तावेज और युद्धाभ्यास की फोटो और वीडियो भेजने वाले सेना के जवान शांतिमोय राणा को गिरफ्तार किया है।

डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि जानकारी मिली कि सेना का जवान शांतिमोय राणा सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया हैंडलर्स के संपर्क में है। इंटेलिजेंस जयपुर की टीम ने जवान की गतिविधियों पर निगरानी रखी तो पाया कि वह हनीट्रैप और पैसों के प्रलोभन में आकर सोशल मीडिया के माध्यम से पाक महिला एजेंट को सेना की महत्वपूर्ण सूचनाएं भेज रहा था। इस पर 25 जुलाई को शांति मोय राणा को हिरासत में लिया गया।

चैट से शुरू होती है कहानी

डीजी इंटेलिजेंस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी जवान ने बताया कि वह साल 2018 से भारतीय सेना में है। काफी समय से व्हाट्सएप चैट और व्हाट्सएप ऑडियो और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से महिला पार्क एजेंट के संपर्क में है।
आरोपी जवान ने बताया कि गुरनुर कौर उर्फ अंकिता छद्म नाम की महिला ने अपने आप को शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश निवासी बताया था। उसने बताया कि वह मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में कार्य करती है। इसके साथ ही एक अन्य युवती निशा ने बताया कि वह मिलट्री नर्सिंग सर्विस में काम करती है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिला एजेंटों ने जवान को हनी ट्रैप और पैसों का लोभ देकर सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज के फोटोग्राफ और युद्ध अभ्यास के वीडियो मांगे। प्रलोभन में आकर आरोपी जवान अपनी रेजिमेंट की गोपनीय दस्तावेज और युद्धाभ्यास के वीडियो सोशल मीडिया के जरिए पाक महिला एजेंटों को भेज रहा था। जिसके लिए उसे पाक महिला एजेंट ने बैंक खाते में पैसे भी भेजे। डीजी इंटेलिजेंस मिश्रा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ और मोबाइल फोन की तकनीकी विश्लेषण में तथ्यों की पुष्टि होने पर आरोपी के विरुद्ध शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।

इसे भी पढ़ें…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here