बरेली।Anita Murder Case यूपी के बरेली में हुएए अनीता हत्याकांड का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। प्रेम विवाह करने वाली अनीता की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति और देवर ने की थी। पुलिस के अनुसार पति ने घर में होने वाले रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर छोटे भाई के साथ मिलकर उसे मौत की नींद सुलाकर बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया था। पुलिस ने शनिवर को पति अनिल, देवर सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचिया ससुर महेश को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया। इनमें पति और देवर पर हत्या करने और बाकी पर दहेज उत्पीड़न का आरोप है।
आरोपियों को भेजा जेल
मुख्य आरोपी अनिल हवालात से लंगड़ाते हुए बाहर आया। पांचों आरोपियों के चेहरों पर खौफ था। जमुना प्रसाद ने कहा कि बहू की करतूतों ने हमारे परिवार को बर्बाद कर दिया। भगवानदेई की आंखें नम थीं। सीओ नीलेश मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल के हालात, मोबाइल की कॉल डिटेल, स्थानीय लोगों से पूछताछ आदि के आधार पर पुलिस ने पूरे परिवार को आरोपी माना है। इनमें मुख्य आरोपी अनिल ही है, जिसने हंसिये से गला रेतकर अनीता की हत्या की। चूंकि अनीता स्वस्थ थी और अकेले हत्या करना मुमकिन नहीं था तो अनिल ने भाई सचिन की मदद ली।सचिन उसके हाथ पकड़कर सीने पर बैठ गया। तब अनिल ने वारदात को अंजाम दिया। मंगलवार सुबह दस बजे हत्या कर दोनों भाई ताला लगाकर घर से चुपचाप निकल गए और शाम ढलने के बाद लौटे।
परिजनों ने खींच लिए थे हाथ
थाना प्रभारी अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अनीता के सास, ससुर व चचिया ससुर घटनास्थल से काफी दूर गांव में थे। उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी, लेकिन उनके तानों की वजह से भी अनिल और अनीता का परिवार बर्बाद हुआ। इसलिए उन्हें दहेज उत्पीड़न का आरोपी बनाया गया। अनिल ने पुलिस को बताया कि उनके विवाद को शांत कराने की कोशिश न तो उसके घरवालों ने की, न ही ससुरालवालों ने। उसके घरवाले इस बात से नाराज थे कि बेटे ने उनकी मर्जी से शादी क्यों नहीं की? वहीं, ससुरालवाले अनीता की जिद से हुई शादी को लेकर दूरी बनाए रखते थे।
गृह क्लेश बनी हत्या की वजह
सीओ ने बताया कि अनिल का फुफेरे भाई की साली अनीता से प्रेम प्रसंग था। दोनों ने जिद की तो परिजनों ने उनकी शादी करा दी। इस शादी में अनीता का परिवार सिर्फ दिखावे के लिए शामिल हुआ। वहीं, नए जमाने की बहू अनीता सास-ससुर के साथ रहने और पाबंदी मानने के लिए तैयार नहीं थी। इसलिए अनिल उसे अपनी मेहनत की कमाई से कॉलोनी में बनाए घर में ले आया। यहां उसने भाई सचिन को भी साथ रख लिया।
सीओ ने बताया कि शादी के बाद जहां खर्चे बढ़े थे, वहीं अनिल का खनन का काम भी मंदा चल रहा था। उसके सात पार्टनर में से पांच ही बचे थे। उसका विवाह से पहले का एक प्रेम प्रसंग था, जिसकी जानकारी उसने शुरू में मजाक के दौरान अनीता को दे दी थी। काम के सिलसिले में अनिल बाहर रहता तो अनीता उस पर शक करती थी। कुछ ऐसे हालात बने कि अनिल भी अनीता पर शक करने लगा। दोनों जैसे ही सामने आते, अक्सर झगड़ा होने लगता था। अनिल ने पुलिस को बताया कि वह बेहद तनाव में था और उसने उस दिन सुबह तानों से तंग होकर अनीता की हत्या कर दी।
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