पटना। बिहार में पहले चरण के मतदान के चार दिन पहले मोकामा में जदयू प्रत्याशी Anant Singh को गिरफ्तार कर लिया गया। पटना SSP ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बता दें कि दुलारचंद यादव की बीते दिनों नृशंस हत्या कर दी गई थी। तमाम राजनीतिक दलों ने इसे विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग से पहले सियासी हिंसा बताया है। बिहार पुलिस ने दुलारचंद यादव हत्याकांड की जांच के दौरान जेडीयू प्रत्याशी नेता अनंत सिंह को गिरफ्तार किया है। बता दें कि दुलारचंद यादव की हत्या उस समय हुई थी जब वे मोकामा में जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार का प्रचार कर रहे थे।
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन
इस कार्रवाई को लेकर पटना पुलिस के एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने बताया कि 30 अक्टूबर को मोकामा में दो प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान पत्थरबाजी के कारण कई लोग घायल भी हुए थे। इस झड़प में 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। सबूतों, प्रत्यक्षदर्शियों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह साबित हुआ कि यह घटना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लगाई गई आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी है।
अनंत सिंह को बनाया मुख्य आरोपी
एसएसपी ने बताया कि हिंसक झड़प चुनाव में उम्मीदवार- Anant Singh की मौजूदगी में हुई थी, पुलिस ने उन्हें मुख्य आरोपी बनाया है। अनंत सिंह को उनके साथियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम के साथ गिरफ्तार किया गया है। तीनों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा और पुलिस हत्याकांड की जांच जारी रखेगी। उन्होंने बताया कि घोसवरी थाना को दोनों राजनीतिक खेमों के बीच विवाद और झड़प की सूचना मिली। पुलिस ने तारतर गांव के पास हुई इस हिंसा के मामले में तत्काल कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित किया। हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले दुलारचंद यादव का पहले से भी आपराधिक इतिहास रहा है।
लालू के करीबी थे दुलारचंद यादव
गौरतलब है कि कहा जा रहा है कि मृतक दुलारचंद यादव, जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार के चाचा थे। बता दे कि दुलारचंद यादव जाति से थे और वह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के काफी करीबी रहे थे। वह खुद राजद समर्थक थे। वह राजद की सीट से टिकट भी लेना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। तब उन्होंने कुछ दिनों से जन सुराज पार्टी के साथ नजदीकी बढानी शुरू कर दी थी। वहीं दूसरी तरफ जन सुराज के मोकामा विधानसभा प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष धानुक जाति से हैं।
मारपीट करने का अनुमान
बता दें कि दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया था। पोस्टमार्टम करने वाले डाॅ अजय कुमार के मुताबिक दुलारचंद यादव की पोस्टमोर्टम रिपोर्ट सरकार के पास भेज दी गई है। अब तक के रिपोर्ट में जो बात सामने आई, वह यह है कि उन्हें अंदरूनी चोट थी। बाएं पैर में गोली लगी है, लेकिन उस गोली से मौत नहीं हो सकती। गोली ठेहुना के आर-पार हो गई थी। पूरे शरीर में चोट लगी थी। सीने में भी चोट थी। 10-12 एक्स-रे भी किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि दुलारचंद यादव की मौत आंतरिक चोट से हुई है।
उनके सीने की हड्डी और पसलियों की हड्डियां कई जगह से टूटी हुई है। डॉक्टर का कहना है कि गोली लगने से उनकी मौत नहीं हुई है, वहीं रिपोर्ट में ब्रेन हेमरेज से मौत के भी थोड़े से आसार हैं। डॉक्टरों की रिपोर्ट में पूरे शरीर पर गाड़ी के टायर के निशान या सबूत नहीं मिले हैं। छाती के हड्डियां और पसलियों में कई जगह फ्रैक्चर है, बाई छाती की हड्डी अंदर धंसी हुई है। बाएं पैर के एंकल ज्वाइंट के पास से बीच में गोली घुसी और साइड से निकल गई है। पीएम रिपोर्ट को देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे उनके साथ मारपीट की गई थी।
