बरेली। बरेली के चार एसी मैकेनिकों की दिल्ली में संदिग्धावस्था में मौत हो गई। चारों एक ही कमरे में सोए थे, सुबह वह अचेत मिले,जिन्हें इलाज के लिए ले गए, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत की खबर मिलते ही उनके गांव में कोहराम मच गया। परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया। चारों युवक दिल्ली के आंबेडकर नगर स्थित दक्षिणपुरी में रहकर एसी रिपेयरिंग का काम करते थे। आशंका व्यक्ति की जा रही है गैस की चपेट में आकर दम घुटने से मौत हुई। पुलिस ने सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
चारों एक साथ गए थे दिल्ली
हादसे के शिकार चारों युवक काम की तलाश में एक साथ दिल्ली गए थे। चारों एक ही कमरे में रहकर काम करते थे। दो सीबीगंज के बंडिया गांव के तो दो सनैया रानी के रहने वाले थे। चारों दिल्ली में रहकर एसी मरम्मत का काम करते थे। सीबीगंज के गांव सनैया रानी हसीब दो भाई बहन थे। पिता और मां की पहले ही मौत हो चुकी थी। दोनों भाई बहन नानी के यहां बंडिया में रहते थे। उनकी नानी ने ही दोनों को पाला था। अब हसीब की मौत के बाद उसकी बहन और नानी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं मोहसिन (22) निवासी बंडिया के पिता रेलवे से रिटायर्ड है। मां किशबरी हैं, वह दो भाई बहन थे। सनैयारानी मेवाकुवर निवासी इमरान (25) नौ भाई और एक बहन है।

सबसे बड़े भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। कपिल उर्फ अंकित रस्तोगी (17) पुत्र स्व महेश रस्तोगी दो भाई थे। दोनों भाइयों में अंकित छोटा था। चारों दोस्त एसी रिपेयर का काम करते थे। वह एसी मैकेनिक थे। घटना की सूचना जैसे ही मृतकों के परिवार को मिली। परिवार में कोहराम मच गया। दोनों गांवों में सन्नाटा छा गया। पंद्रह दिन पूर्व दिल्ली से छुट्टी पर आए थे और सप्ताह भर पूर्व ही दिल्ली काम करने गए थे। उनके परिवार वालों को क्या पता था कि चारों अब दोबारा अपने घर नहीं लौटेंगे।
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