Jचंदौसी। इंसान दुनिया में दोस्तों पर सबसे ज्यादा विश्वास करता है, जो बात वह अपने माता—पिता और भाई—बहन से नहीं कह पाता है, वह बेझिझक होकर अपने दोस्तों से कह देता है। अगर वहीं दोस्त आपके राज जानकार आपकी जान ले ले तो, इसे क्या कहेंगे। कुछ ऐसा ही मामला यूपी के चंदौसी जिले से सामने आया। यहां एक युवक का ढाई माह बाद शव जमीन से पुलिस ने खोदकर निकलवाया तो उसकी हत्या की गुत्थी सुलझी। उसके दोस्तों ने जो बताया उसे सुनकर पुलिस वाले भी परेशान हो गए। दरअसल युवक की हत्या उसके दोस्तों ने डेढ़ करोड़ के लालच में की थी। और काफी समय तक घर वालों और पुलिस वालों को घूमा रहे थे।
पैसे देख नियत डोली
हरियाणा के सांयवला थाना क्षेत्र गांव भैसरू खुर्द निवासी 26 वर्षीय अजय ढाई महीने पहले 3 अप्रैल को पुश्तैनी जमीन बेचकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये जुटाए थे और सारी रकम लेकर कार से अपने दोस्त सुमित के बुलावे पर मुरादाबाद जनपद स्थित बिलारी थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव आया था। सुमित उसे लेकर मुरादाबाद एक होटल में गया, वहीं पर उसने अपने पांच अन्य दोस्तों को बुला लिया और इतनी बड़ी रकम के लालच में आकर सुमित और उसके अन्य साथियों ने अजय की हत्या करने की साजिश रची। 5 अप्रैल को दोस्त के साथ घुमाने निकल गए और उसके बाद गढ से निकलकर कार में ही अजय के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। फिर कार से थाना बनियाठेर क्षेत्र के खेडा दास पहुंचे और संभल चंदौसी मार्ग स्थित सड़क किनारे गड्ढा खोदकर शव को दवा दिया। हत्या के बाद आरोपी उसका मोबाइल फोन लेकर कई दिनों तक घूमते रहे, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।
गड्ढा खोदकर शव निकाला
Murder of friendshipजब अजय जमीन बेचने के बाद घर नहीं पहुंचा तो भाई योगेश ने उसके दोस्तों, रिश्तेदारियों से जानकारी जुटाने लगी, लेकिन उसको कुछ पता नहीं चला। उसके बाद थाने में गुमशुदी दर्ज कराई। और डेढ़ करोड़ रुपये लेकर घर से लेकर निकलने की बात बताई, इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस ने मोबाइल की काल डिटेल और सीसीटीवी के माध्यम से सुमित चौधरी तक पहुंच गई और सुमित चौधरी व गांव के ही उसके साथी भूपेंद्र कश्यप को गिरफ्तार किया और पूछताछ की तो उन्होंने वारदात का पर्दाफाश कर दिया।
बुधवार की दोपहर को हरियाणा पुलिस की टीम ,थाना प्रभारी निरीक्षक बनियाठेर मेघ सिंह, नरौली चौकी इंचार्ज संजय शर्मा और भारी पुलिस बल के साथ हत्यारों को लेकर मौके पर पहुंची। जहां पर पुलिस ने गजरौला से आए फॉरेंसिक टीम की निगरानी में गड्ढा खोदा गया और युवक का शव बरामद कर लिया गया।
अविवाहित था अजय
मृतक के बड़े भाई योगेश कुमार ने बताया कि अजय अविवाहित था, माता-पिता नहीं हैं, सिर्फ दो भाई थे। सुमित से दोस्ती उसी के एक अन्य युवक से दोस्ती के माध्यम से हुई थी। सुमित से नजदीकी बढ़ने पर अजय ने उस पर विश्वास कर लिया और जमीन बेचकर पैसा लेकर उसके पास आ गया। घर से आने के दो दिन बाद ही इन लोगोें ने भाई की हत्या कर दी और वह इधर उधर भाई को जिंदा समझकर तलाश करता रहा।