कोलकाता। ममता बनर्जी की सरकार और पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है,उनके पहले और दूसरे कार्यकाल की तरह ही तीसरे कार्यकाल में भी बड़े घोटाले और भ्र्ष्टाचार होते रहे। ममता बनर्जी केवल बीजेपी और मोदी के विरोध को सरकार चलाती रहीं पीछे से उनके मंत्री विधायक और सांसद घोटाले पर घोटाले करके उन्हें शर्मिंद करते रहे है। अभी तक बीजेपी के नेता ही उन्हें घेरते रहे है।
अब उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने वरिष्ठ सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय के खिलाफ तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाला मामले में सांसद के बैंक खाता की केंद्रीय एजेंसियों की जांच करनी चाहिए। उन्होंने बंद्योपाध्याय जैसे पुराने नेताओं के एक वर्ग पर हमला करते हुए कहा कि यह नेता टीएमसी सांसद से अधिक भाजपा सांसद है। इससे पहले घोष ने शुक्रवार को टीएमसी प्रवक्ता और पार्टी राज्य महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सीबीआई-ईडी से जांच की मांग
घोष ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट किया। पोस्ट में घोष ने सीबीआई और ईडी को भी टैग किया। टैग करते हुए उन्होंने पोस्ट में कहा कि सांसद सुदीप बनर्जी के बैंक खातों की जांच होनी चाहिए। इसी के साथ बनर्जी और एक निजी अस्पताल के बीच हुए भुगतान की भी जांच हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एजेंसियों ने उनकी मांग को टालने की कोशिश की तो वह अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि बंदोपाध्याय भ्रष्टाचार के मामले में फंसे हैं। इसी कारण उनके तेवर भाजपा के प्रति नरम हैं।
क्षेत्र से लापता रहने के आरोप
कुणाल घोष ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आरोपी लगाया कि टीएमसी के अनुभवी सांसद पूरे साल अपने निर्वाचन क्षेत्र में नजर नहीं आते हैं। बस लोकसभा चुनाव के दौरान वह जागते हैं। टीएमसी के पास इनकी जगह कई उपयुक्त उम्मीदवार हैं, जो हमेशा लोगों के साथ रहते हैं। मंत्री फिरहाद हकीम ने घोष के आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हालांकि, विधानसभा में टीएमसी के उप मुख्य सचेतक तापस रॉय ने कहा कि आरोप गंभीर है। पार्टी को इसकी जांच करानी चाहिए।
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