इंडिया गठबंधन खटाई में: अखिलेश बोले, कमलनाथ ने रात भर जगाया और सुबह दे​ दिया धोखा

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India alliance in trouble: Akhilesh said, Kamal Nath kept me awake all night and betrayed me in the morning
कांग्रेस ने सपा को झुनझुना पकड़ा दिया और सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए।

सीतापुर। लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव में ही इंडिया गठबंधन में कई फाड़ होता नजर आ रहा हैं, हालात तो अब ऐसे बन गए है कि यूपी- एमपी में तो कांग्रेस और सपा अब एक—दूसरे को हराने के लिए बेताब नजर आने लगी है। पहले सपा कांग्रेस को यूपी में उसकी औकात दिखा रही थी, अब सपा को कांग्रेस ने एमपी में औकात दिखा थी, इससे सपा मुखिया अखिलेश यादव को ऐसी मिर्ची लगी है, जिससे कि वह बिलबिला उठे है। वह लगातार एमपी कांग्रेस को कोसते नजर आ रहे हैं। दरअसल नवरात्र से पूर्व की रात में एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ और सपा नेताओं में सीट को लेकर चर्चा हुई सपा को कुछ सीटें देने पर सहमति भी बनीं अगली सुबह कांग्रेस ने सपा को झुनझुना पकड़ा दिया और सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए।

अब खेल बिगाड़ेगी सपा

सपा की पसंदीदा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी उतारे जाने से अखिलेश यादव अब कांग्रेस का खेल बिगाड़ने के मूड में है। उन्होंने अब उन सीटों पर भी सपा प्रत्याशी उतार रहे।गुरुवार को सीतापुर पहुंचे सपा मुखिया ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस अपने चिरकुट नेताओं से सपा के लिए बयानबाजी न करवाए। अखिलेश ने कांग्रेस को धोखेबाज बताते हुए कहा कि अगर उन्हें पता होता इंडिया गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से बात ही नहीं करते।

अजय राय पर बोल हमला

अखिलेश ने कहा कि अगर वे (कांग्रेस) कहते हैं, कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं है तो हम स्वीकार करते हैं। शायद हमें ही कन्फ्यूजन रहा होगा। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के मध्य प्रदेश में सपा की कोई हैसियत नहीं है संबंधी बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश बोले कि उनकी हैसियत क्या है। इंडिया गठबंधन के बारे में वे कितना जानते हैं, क्या बैठकों में थे।अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपील है कि वह छोटे नेताओं से इस तरह की बयानबाजी न कराएं।

जैसे को तैसा तो फिर काहे मिर्ची लगी

गठबंधन के बाद अखिलेश यादव ने मंच से बयान दिया था कि यूपी में कांग्रेस से हम सीट नहीं मांगेगे, बल्कि उन्हें देंगे। इसके बाद से दोनों दलों दूरिया बढ़नी शुरू हो गई। कांग्रेस ने एमपी में अखिलेश यादव को उसकी की भाषा में जवाब दिया तो अब अखिलेश यादव को मिर्ची लग रही है, ऐसे में सपा अब उन सीटों पर भी प्रत्याशी उतार रही है, जहां उसका कोई आधार नहीं हैं, दोनों दलों की इस लड़ाई का फायदा भाजपा उठाएंगी।

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