बरेली। बरेली की रहने वाली एक महिला ने भांजे के अवैध प्यार में पड़कर उसके साथ जीने— मरने की कसमें खाने लगी, लेकिन वह उसके जीते जी उससे शादी करके बदनाम नहीं होना चाहती थी, इसलिए वह उसे उकसाकर भांजे पति को मरवाने की साजिश रच डाली। इसके लिए भांजे ने मामा को नौकरी दिलाने के लिए बहाने बुलाकर पहले उसे शराब पिलाया फिर गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, अगले दिन उसका शव रेलवे ट्रैक पर मिला था
मृतक की पत्नी को छोड़कर किसी को भी उसकी आत्महत्या करने पर विश्वास नहीं हुआ, इसके बाद परिजनों ने पुलिस को उसकी पत्नी और उसके प्रेमी भांजे पर हत्या का संदेह जताकर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने संदेह के आधार पर उसके प्रेमी को उठाकर पूछा तो पहले वह बरगलाते रहा, लेकिन थोड़ी सी सख्ती के बाद वह तोते की तरह बोलने लगा कि वह प्रेमिका के कहने के बाद ही मामा की हत्या की थी
पत्नी को लाने के बाद हुआ गायब
ग्राम शिवपुरी निवासी रामवीर नोएडा की किसी प्राइवेट कंपनी में कार्य करता था जो अभी एक सप्ताह पूर्व ही अपने घर आया था। 20 सितंबर की सुबह वह अपनी पत्नी आरती वर्मा को उसके मायके ग्राम धनकपुर तिलहर (शाहजहांपुर) से बुलाकर दोपहर को घर वापस आया और शाम को बाइक से किसी के बुलाने पर टिसुआ गया था। जब देर शाम तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की परंतु कोई पता नहीं चला। 21 सितंबर को रामवीर के गुम होने की सूचना परिजनों ने थाने पर दी तो पुलिस द्वारा टिसुआ के समीप एक शव मिलने की सूचना दी गई। परिजनों ने पहचान की तो पता चला कि ट्रेन से कटने वाला युवक रामवीर ही था उसकी मोटरसाइकिल भी रेलवे लाइन किनारे पुलिस को मिली जिसे परिजनों ने पहचान लिया।
शव लेने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों को बाद में ग्रामीणों से पता चला कि 20 सितंबर को रामवीर ग्राम निकसुआ निवासी मानवेंद्र व सौरभ के साथ देखा गया तो परिजनों का माथा ठनक गया। परिजनों के मुताबिक रामवीर व मानवेंद्र की उसकी पत्नी आरती वर्मा के अवैध संबंधों को लेकर रंजिश चल रही थी इसी वजह से मानवेंद्र ने सौरभ की मदद से रामवीर की हत्या आरती के कहने पर की है। पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर आरती व मानवेंद्र को पूछताछ को हिरासत में लिया है। क्षेत्राधिकारी फरीदपुर गौरव सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश कर मामले की जांच की जा रही है।
रेलवे ट्रैक पर मिला था शव
मानवेंद्र ने रामवीर को दूसरी फैक्ट्री में कार्य करने के बहाने से फोन कर टिसुआ में बुलाया था। टिसुआ से वह रामवीर को महेशपुर रेलवे फाटक पर ले गया जहां उसने रामवीर की मोटरसाइकिल को रेलवे लाइन किनारे खड़ा कर दिया वहीं शाम ढलने के बाद मानवेंद्र ने अपने साथी सौरभ की मदद से अंगोछा से गला दबाकर हत्या कर दी और दोनों ने मिलकर रामवीर के शव को रेलवे लाइन पर रख दिया जिससे ट्रेन के आने पर रामवीर के शरीर के टुकड़े हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद मानवेंद्र ने फोन पर आरती वर्मा को इसकी जानकारी भी दी। जब आज पुलिस ने मानवेंद्र से पूछताछ की तो यह सारी घटना मानवेंद्र ने तोते की तरह सुना दी।
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