मुंबई। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में उस समय बड़ा हादसा हो गया, जब लोग गहरी नींद मे सोए थे लैंड स्लाइड होने से करीब 30 परिवार मलबे में दब गए।जिनमें से चार लोगों के शव अभी तक निकाले जा चुके है, अभी भी करीब 100 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रायगढ़ की खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में यह हादसा हुआ है। जिस जगह हादसा हुआ, वह मोरबी बांध से छह किलोमीटर दूर है। हादसे में कई लोगों को मारे जाने की आशंका है। अभी तक चार शव बरामद हो चुके हैं और तीन लोग घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घटनास्थल पहुंचे हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
रायगढ़ के जिलाधिकारी योगेश महासे ने बताया कि घटना बुधवार मध्य रात की है। एक टीम, जिसमें सब डिविजनल ऑफिसर और तहसीलदार शामिल हैं, घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया कि भूस्खलन जिस जगह हुआ, वहां पहुंचने के लिए दो घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसकी वजह से राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अधिकारियों को फोन कर घटना की जानकारी ली और गुरुवार सुबह वह घटनास्थल पहुंच गए। वहीं पनवेल और नवी मुंबई के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें प्रभावितों को सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।
भारी बारिश का रेड अलर्ट
वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने एनजीओ से अपील की है कि वह एनडीआरएफ की मदद के लिए आगे आएं ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य को पूरा किया जा सके। एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। साथ ही चार एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं। हादसा जिस जगह हुआ, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। हादसे में घटनास्थल पर पांच-छह मकान और एक स्कूल सुरक्षित बच गए। बारिश के चलते 10-12 लोग स्कूल में रुके हुए थे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। वहीं पांच लोग मछली पकड़ने मोरबी बांध गए हुए थे, उनकी भी जान बच गई है।
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