प्रतापगढ़। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में एक पेंचीदा मामला सामने आया है। यहां एक ही दिन पति— पत्नी के खुदकुशी से सनसनी फैली हुई हैं, वहीं पुलिस को इसमें साजिश की बू आ रही है। जांच के लिए पिता पुत्र को उठा लिया है।मृतका के मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया हैं।
प्रतापगढ़ के सांगीपुर थाना क्षेत्र के पूरब देउम गांव का सोनू सरोज (35) दिल्ली में रहकर काम करता था। बीते सोमवार को वह दिल्ली से घर आया था। शुक्रवार की रात सोनू के बड़े भाई के बेटे की शादी के बाद बहू घर आई थी। गांव की महिलाएं बड़े भाई के मकान में मंगल गीत गा रहीं थी। देर रात कार्यक्रम से घर लौटे सोनू सरोज ने कमरे के भीतर फांसी लगाकर जान दे दी।
पति का शव देख मचाया शोर
कुछ देर बाद जेठ के घर से उसकी पत्नी मिथलेश (32) भी पहुंच गई।उसके शोर मचाने पर सोनू की मां प्रेमा देवी, पिता लक्ष्मण, बड़ा भाई व भतीजा भागकर मौके पर पहुंचे। सोनू के शव को नीचे उतारकर बाहर निकाला। परिवार के पुरुष पड़ोस में रहने वाले चिकित्सक को बुलाने के लिए भागे। इस बीच मिथलेश ने भी उसी कमरे में साड़ी के सहारे फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। यह देख परिजन रोने बिलखने लगे।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस मृतक की बेटी प्रीति, अंतिमा से बातचीत कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार की सुबह मृतका के मायके वाले पहुंचे। मृतका के पिता अमेठी के संग्रामपुर रानीपुर गांव निवासी सुखराम सरोज ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि जमीन के बंटवारे के विवाद में सोनू व उसकी पत्नी को उसके बड़े भाई व भतीजे ने पिटाई के बाद फांसी के फंदे पर लटका दिया।
पुलिस की जांच जारी
आरोप लगने के बाद पुलिस मृतक के पिता, बड़े भाई व भतीजे को हिरासत में लेकर थाने चली गई। हालांकि बाद में बड़े भाई को मर्चरी भेजा। पिता व भतीजे को हिरासत में ले रखा है। सूत्रों के अनुसार मृतकों की मौत का कारण फांसी लगाने से स्पष्ट हुआ है। सांगीपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी पूछताछ की जा रही है।
मृतक सोनू की मौत के बाद उसके ससुर सुखराम मृतक की बड़ी बेटी दिव्यांशी, प्रीती, अंतिमा व बेटे जिगर को अपने साथ रखने के लिए तैयार हैं। मृतक के एक वर्षीय मासूम बेटे को शायद यह नहीं पता कि उसके मां- बाप अब दुनिया में नहीं हैं। इधर, मृतक सोनू की मां प्रेमी देवी बच्चों का पालन- पोषण करने की जिम्मेदारी लेती रही। जिसे लेकर पुलिस भी परेशान थी।
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