लखनऊ। सपा अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने पूरे सिस्टम को तानाशाही में बदल दिया है। जनता के मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन, आवाज उठाना विपक्ष का लोकतांत्रिक अधिकार है। उसकी कवरेज करना मीडिया और पत्रकारों का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी विधान भवन पर आज जब विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान अपने दायित्वों का निवर्हन कर रहे थे, मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट और अभद्रता की गई जो लोकतंत्र में निन्दनीय है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा लोकतंत्र को नहीं मानती है। वह जनता व मीडिया के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
जारी रहेगा भाजपा के बुलडोजर का विरोध
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी कमियां देखना और सुनना नहीं चाहती है। दरअसल आज पार्टी की ओर से जारी बयान में सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश से आए हैं, वे उत्तर प्रदेश की जनता का दुःख दर्द नहीं समझते हैं। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने बहुत सपने दिखाए लेकिन इन्वेस्टर्स समिट से प्रदेश को कुछ नहीं मिलने वाला है। बुलडोजर वाली सरकार से ऐसी उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने किसान, नौजवान और व्यापारी को बर्बाद कर दिया है। महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार जातीय जनगणना नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर सदन तक भाजपा के बुलडोजर का विरोध जारी रहेगा।
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