रतलाम। एमपी के रतलाम जिले में रिश्तों के कत्ल की जो कहानी सामने आई है उसे पढ़कर आपका भी दिल रो पड़ेगा,यहां एक बहशी युवक ने कुल्हाड़ी से काटकर पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी। हत्या को छिपाने के लिए शवों को घर में ही दफना दिया इसके बाद डेढ़ मां तक उसी घर में सुकून से रह रहा था। इस बीच पड़ोसियों को शक हुआ तो पड़ोसियों ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस की पड़ताल के बाद इस जघन्य हत्या का खुलासा हो सका। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। खुदाई कर तीनों के शव भी बरामद कर लिए हैं।
यह मामला रतलाम जिले की विंध्यवासिनी कॉलोनी का है। पहली पत्नी से तलाक के बाद भरण-पोषण केस चलने और लिव इन रिलेशनशिप में रह रही दूसरी पत्नी से होने वाले विवाद से परेशान रेलवे ट्रैकमैन सोनू तलवाड़ी (33) हत्यारा बन बैठा। उसने पहले कुल्हाड़ी से कथित पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर डाली, फिर मजदूरों को बुलवाकर आंगन में तीन से चार फीट गहरा गड्ढा खुदवाया। दोस्त बंटी की मदद से तीनों के शव गड्ढे में गाड़कर सीमेंट का प्लास्टर कर दिया।
पड़ोसियों को हुआ शक
डेढ़ से दो महीने पहले हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा पड़ोसियों की सक्रियता से हुआ। लंबे समय से महिला और बच्चों को न देख कॉलोनी में रहने वालों ने पुलिस को सूचना देकर अनहोनी की आशंका जताई। जानकारी लगने पर एसपी अभिषेक तिवारी ने दीनदयाल नगर थाना प्रभारी को जांच करने को कहा। रविवार को पुलिस ने सोनू को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, तो उसने पत्नी निशा बौरासी, बेटे अमन (7), बेटी खुशी (3) की कुल्हाड़ी से हत्या कर घर में दफनाने की बात बताई।
शाम को पुलिस टीम मां विंध्यवासिनी ड्रीम सिटी पहुंची और सोनू की निशानदेही पर आंगन में खुदाई कर तीनों की लाश खुदवाकर निकलवाई। डेढ़ माह गुजरने के बाद शव बुरी तरह क्षत विक्षत होकर कंकाल ही रह गए थे। पुलिस ने तीनों की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवा दिया। शव गाड़ने में मदद करने वाले सोनू के दोस्त बंटी को भी पकड़ लिया है।
उसी घर में रह रहा था आरोपी
आरोपी सोनू ने अमन, खुशी और निशा की हत्या करने के बाद मजदूरों को पानी की टंकी बनाने का कहकर गड्ढा खुदवाया था। लगभग 3.5 चौड़ा, 5 फीट लंबा और 3-4 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मजदूर चले गए। उसके बाद सोनू ने दोस्त बंटी को बुलाया। दोनों ने तीनों के शव को गड्ढे में लिटाकर मिट्टी डालकर दफना दिया। ऊपर से सीमेंट का प्लास्टर कर दिया। बड़ी बात यह कि तीन हत्या कर शव बरामदे में गाड़ने के बाद भी सोनू उसी मकान में रह रहा था।
पहली पत्नी को भी मारने वाला था
सोनू हत्याकांड का जिम्मेदार पहली पत्नी को बता रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि वह पहली पत्नी नगमा की भी हत्या करने की कोशिश में था। पुलिस के अनुसार सोनू ने पहली शादी जावरा रोड निवासी नगमा नाम की महिला से की थी। 2012 में तलाक होने के बाद नगमा ने भरण-पोषण भत्ते के लिए कोर्ट में केस लगा रखा है। नगमा से अलग होने के बाद 2014 से सोनू निशा के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
इस दौरान एक बेटा और एक बेटी भी हुई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कुछ महीनों से निशा और सोनू के बीच झगड़ा हो रहा था। बताया जा रहा है कि हत्या वाले दिन भी दोनों के बीच जमकर लड़ाई हुई थी। संभवत: इसके बाद ही सोनू ने कुल्हाड़ी से तीनों की हत्या कर दी। सोनू के पिता भी रेलकर्मी थे। उनकी मृत्यु के बाद सोनू की ट्रैकमैन के पद पर नौकरी लगी थी। वर्तमान में सोनू प्रताप नगर रेलवे फाटक की गैंग नंबर 60 में मेट है।
पीएम रिपोर्ट के बाद होगा डीएनए टेस्ट
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया पूछताछ में आरोपी सोनू ने कथित पत्नी और बच्चों की हत्या करके दोस्त की मदद से घर के आंगन में गाड़ना बताया है। शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। मृतकों का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।
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