लखनऊ। सरकार ने इस बार पेट के लिए बहुत बड़ी गलती कर दी अभ्यर्थियों के जिले बदलकर, इस वजह से छात्र परीक्षा देने के लिए काफी परेशान हुए। पूरे प्रदेश में दो दिन ही परीक्षा होनी थी।परीक्षा के लिए सरकार की तरफ से जो भी इंतजाम किए गए थे वह नाकाफी थी,छात्रों की संख्या के आगे सारी व्यवस्था बौनी साबित हुई, सबसे ज्यादा समस्या छात्रों के आने—जाने में हुई। छात्र घर जाने के लिए बसों और ट्रेनों में ठूस— ठूसकर भरकर गए, वहीं सेंटर दूर होने से छात्रों को अधिक पैसे खर्च करने पड़ें, रोडबेज की बसों में जगह नहीं होने से वाहनों से सफर करने पड़े। नतीजा यह हुआ बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर छात्रों का मेला लग गया।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
पेट छात्रों को दो दिन हुई परीक्षा में अभ्यर्थियों को हुई परेशानी और सरकार की गैर इंतजामी पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सरकार को घेरा। अखिलेश ने लिखा काश पेट के अभ्यर्थी भाजपाई होते तो उनके आने— जाने के लिए बस के इंतजाम होते, उनके खाने —पाने की व्यवस्था होती, लेकिन वह बेरोजगार है, इसलिए सरकार ने ध्यान नहीं दिया।
25 लाख अभ्यर्थी हुए शामिल
दो दिनों तक चली पेट में 25 लाख 11 हजार 9 सौ 68 छात्र शामिल हुए। जबकि 12 लाख 46 हजार 2 सौ 41 छात्र अनुपस्थित रहे। विभाग की तरफ से कुल 37 लाख 58 हजार 209 एडमिट कार्ड जारी किए गए थे। कुल 67% छात्र उपस्थित रहे। यह देश में अब तक का रिकॉर्ड माना जा रहा है। सभी 75 जिलों में 1899 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे।
35 सॉल्वर पकड़े गए, 20 से 60 हजार तक में हुआ सौदा रविवार को लखनऊ से 1, शामली से 2, पीलीभीत से 1, अयोध्या से 2 और गोरखपुर से 1 सॉल्वर पकड़े गए। इसके अलावा, आजमगढ़ व प्रयागराज से दो-दो तथा जौनपुर से एक सदस्य को एसटीएफ ने दबोचा। शनिवार और रविवार को शाम चार बजे तक कुल 35 सॉल्वर पकड़े गए। सभी दूसरे की जगह पर एग्जाम दे रहे थे। पूछताछ में 20 से 60 हजार रुपए तक में सौदा होने की बात कबूली है।
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