लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा को हवा में महल बनाने की नायाब कला आती है। आधे अधूरे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन जिस हड़बड़ी में किया गया है, उसे जनता के विश्वास के साथ राजनीतिक धोखाधड़ी ही कही जा सकती है। अखिलेश ने कहा कि रेवड़ी बांटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोजगार दें,
तभी वे ‘दोषारोपण संस्कृति’ से बच सकते हैं। दरअसल पार्टी की ओर से शनिवार को जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि जिस बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हुआ है, वहां सिर्फ पिलर खड़े हैं, स्लैब अधूरी है, सरियों के ढांचे को बोल दिया एक्सप्रेस-वे। अधूरी सड़कों का उद्घाटन कर जनता को भ्रमित किया गया है। न टोल तैयार, नहीं कनेक्टिंग रोड बनी। बस ऐसे ही उद्घाटन पर जनधन लुटा दिया गया।
सरकार में आते ही भाजपा ने जनहित को दी तिलांजलि
उन्होेंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपनी वाहवाही के लिए आधे-अधूरे एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण तो करा लिया किन्तु उसके आसपास बुनियादी सुविधाओं तक की व्यवस्था नहीं की गई। किसान हितैषी का झूठा तमगा लगाकर भाजपा सरकार ने वस्तुतः किसानों को धोखा देने का रिकार्ड दोहराया है। जब वहां निवेश नहीं आया और उद्योग नहीं लगे तो नौजवानों को रोजगार कहां से मिलेगा?
अखिलेश ने कहा कि यह समाजवादी सरकार ही थी जिसने बुन्देलखण्ड में विकास की वास्तविक नींव रखी थी। चरखारी में सात सरोवरों के जीर्णोद्धार के साथ उनका सौंदर्यीकरण कराया था। वृहद वृक्षारोपण का रिकॉर्ड कायम किया गया। रोटी-रोजगार की नई व्यवस्थाएं की। किसानों, गरीबों और नौजवानों के लिए विशेष योजनाएं शुरू की थीं। भाजपा सरकार ने आते ही जनहित को तिलांजलि देने और समाजवादी सरकार की योजनाओं को बर्बाद करने का काम किया है।
इसे भी पढ़ें…