लखनऊ। राजधानी लखनऊ में गोमती नदी के किनारे 108 फीट ऊंची बजरंगबली की बैठी हुई प्रतिमा स्थापित होगी। इसके लिए हनुमंत धाम मंदिर में बुधवार को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मन्दिर के प्रांगण में स्थापित मूर्तियों का अनावरण किया।
उन्होंने मंदिर प्रांगण में 108 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “धर्मस्थल हमारे आस्था के प्रतीक होते हैं।
अन्नदान होता है महादान
ये राष्ट्र धर्म के भी प्रतीक हैं। हमारे देव मंदिर लोक कल्याण के माध्यम हैं। यहां आने वाला व्यक्ति पूजा कर सकता है। उससे बिना जाति पूछे उसे प्रसाद भंडारे मिल जाए, तो कोई भूखा नहीं रह सकता। सीएम योगी ने कहा कि अन्नदान महादान कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना का सामना देश और प्रदेश ने किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में कोरोना कालखण्ड में महामारी से बचाव के साथ ही,
खाद्य सुरक्षा की गारण्टी भी प्रदान की गयी। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में खाद्य सुरक्षा की गारण्टी धर्म स्थल दिया करते थे। अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि मंदिर भी अन्नदाता बनें। पुराने समय में खाद्य सुरक्षा की गारंटी धर्म स्थल ही करते थे। यहां भूखे को दो जून की रोटी जरूर मिलती थी।
सीएम योगी का यूं हुआ स्वागत
सीएम ने कहा कि इस मंदिर से कोई भूखा न जाए, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। इस अवसर पर जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इससे पहले कार्यक्रम में आयोजक संजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
रूमी गेट से 8 फीट ऊंची होगी प्रतिमा
गौरतलब है कि गोमती किनारे हनुमंत धाम बनाया गया है। इस पूरे परिसर में सवा लाख छोटी-बड़ी बजरंगबली की प्रतिमाएं स्थापित की जा चुकी हैं। पिछले दो साल से यहां चल रहा सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है। आश्रम के महंत गोमती बाबा के मुताबिक यहां बजरंगबली की एक नई और एक पुरानी प्रतिमा भी है। बताया गया कि कहीं भी बजरंगबली की बैठी हुई 108 फीट की प्रतिमा नहीं है।
यह प्रतिमा दो साल में यहां स्थापित हो जाएगी। बताया गया कि बजरंगबली की यह प्रतिमा नवाबी काल में बनाए गए रूमी गेट से 8 फीट ऊंची होगी। दरअसल रूमी गेट करीब 100 फीट ऊंचा है, जबकि बजरंगबली की यह प्रतिमा 108 फीट की बन रही है। बड़ी बात यह भी है कि यहां बैठे हुए बजरंगबली की प्रतिमा बनाई जाएगी। गोमती के किनारे पर कहीं से भी दूर-दूर तक बजरंगबली के दर्शन किए जा सकेंगे।
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