बरेली। यूपी में अध्यापन कार्य करने के लिए दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम करना जरूरी होता है। इस बार दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम सत्र 2022-23 के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय को मिली है। प्रदेश के उच्च शिक्षा, विज्ञान प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने रुविवि को आयोजक नामित किया है। प्रदेश सरकार ने छात्र हित को ध्यान में रखते हुए बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2022 की परीक्षा शुल्क को घटाने का निर्णय लिया है। जारी आदेशों में बताया गया कि बीएड संयुक्त परीक्षा- 2022 का विज्ञापन 15 अप्रैल, 2022 को जारी होगा। जिसमें आवेदन की तिथियों का उल्लेख किया जाएगा।
पिछली बार लखनऊ विवि को मिली थी जिम्मेदारी
आपकों बता दें कि पिछले वर्ष बीएड की प्रवेश परीक्षा का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय ने कराया था, जबकि 2011 और 2019 के बाद एक बार फिर से रुविवि को इसकी जिम्मेदारी मिली है। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने इसकी मेजबानी का दावा किया था, जिसे शासन से मंजूरी मिल गई है। प्रवेश परीक्षा कराने के साथ अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग भी रुविवि में होगी।
इसी काउंसिलिंग से प्रदेश के सभी बीएड कालेजों में प्रवेश होंगे। शासन का पत्र जारी होने के बाद विवि प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। विवि से मिली जानकारी के अनुसार प्रवेश परीक्षा एक से सात जुलाई के मध्य आयोजित होगी। जबकि परीक्षा परिणाम पांच अगस्त को जारी होगा। परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों की काउंसिलिंग 10 से 25 अगस्त के बीच कराई जाएगी। बीएड-2022 का नियमित सत्र 29 अगस्त 2022 से शुरू हो जाएगा।
रुहेलखंड विवि की बढ़ेगी आय
रुहेलखंड विवि संयुक्त प्रवेश परीक्षा को लेकर जल्द कोर कमेटी बनाएगा। इसमें कुलसचिव को-आर्डिनेटर होंगे। इसके अलावा कोर कमेटी में अन्य जिम्मेदारियां भी बांटी जाएंगी। विश्वविद्यालय लगातार बढ़ते खर्चों के कारण घाटे में जा रहा था ऐसे में बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा जिम्मेदारी मिलने के बाद रुहेलखंड विवि की आय बढ़नी तय है।
आनलाइन करने होंगे आवेदन
छात्रों को शुल्क में मिली राहत: बीएड की प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या छह लाख से अधिक हो रही है। बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2022 के लिए आनलाइन आवेदन भरने के लिए सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग एवं राज्य के बाहर के छात्रों के लिए 1000 रुपये तथा विलंब शुल्क के साथ 1600 रुपये शुल्क निर्धारित है। जो पहले 1500 रुपये तथा विलंब शुल्क के साथ 2500 रुपये ली जा रही थी।
अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए 500 रुपये तथा विलंब शुल्क के साथ 800 रुपये निर्धारित कि गई है जो कि पहले 750 रुपये तथा विलंब शुल्क के साथ 1250 रुपये देनी पड़ती थी। बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सभी उत्तीर्ण छात्रों की काउंसिलिंग कराने के लिए 650 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है जो कि पहले 1000 रुपये होता था।
बीएड की प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी हमें मिली है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि परीक्षा और काउंसिलिंग दोनों बेहतर तरीके से निष्पक्ष रूप से हो। – प्रो. केपी सिंह, कुलपति रुविवि
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