गुजरात: केयरटेकर के भरोसे बच्चे को छोड़ना खतरनाक! बच्चे को पीट-पीटकर किया अधमरा, हालत गंभीर

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retarded mother jumped into a well with three children in jaunpur, two twin sons died, daughter missing
दो बेटों के शव बरामद हो गए, तीसरे बच्चे के शव की तलाश देर रात तक जारी रही है।

सूरत। केयरटेकर के भरोसे अपने बच्चों को छोड़ने कितना खतरनाक हो सकता है, यह सच गुजरात की सूरत की दर्दनाक घटना से सामने आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात के सूरत से दर्दनाक वाकया सामने आया है। बताया गया कि यहां एक नौकरानी ने 8 महीने के मासूम बच्चे को इतना पीटा की बच्चे को ब्रेन हेमरेज हो गया।

परिवार को मामले की जानकारी CCTV फुटेज देखने के बाद हुई। बताया गया कि महिला को बच्चे को पीटने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।

CCTV कैमरा के कारण मामला आया सामने

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूरत शहर में एक दंपती के जुड़वां बच्चे हैं। पति-पत्नी नौकरी करते हैं, इसलिए बच्चों की देखभाल के लिए उन्होंने एक महिला को काम पर रखा था। मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले ही CCTV कैमरे लगवाए थे।

पड़ोसियों ने उन्हें बताया था कि उनके जाने के बाद बच्चों के रोने की बहुत अधिक आवाज आती है। वहीं पड़ोसी की बात सुनकर उन्होंने CCTV कैमरा लगवाया तो पूरे मामले का खुलासा हो सका। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दंपती ने CCTV में देखा कि महिला बच्चे को गोद में बैठाकर मार रही थी। कभी उसे बेड पर पटक रही थी।

ऐसा महिला ने डेढ़ घंटे तक किया। बताया गया कि दंपती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी महिला पर IPC की धारा 307 और 323 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

बच्चे की हालत गंभीर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्चे की दादी बेबी ने बताया कि आज से 8 महीने पहले मेरे बेटे को दो जुड़वां बच्चे हुए थे। ये दोनों लड़के बहुत अस्वस्थ थे, इसलिए हमने बच्चे को शहर के आनंद अस्पताल में भर्ती कराया। बताया गया कि वहां हम लोगों ने बच्चों को ठीक करने और दो महीने बाद घर लाने के लिए 15 लाख रुपए खर्च किए।

मेरा बेटा और बहू दोनों काम करते हैं। इसलिए बच्चे का ध्यान रखने के लिए केयरटेकर लगाई। बताया कि पहले तो ठीक था और पता नहीं कल क्या हुआ था। केयरटेकर ने बच्चे को पीटना शुरू कर दिया। बताया गया कि बच्चे को थप्पड़ मारने के बाद उसके कान मुड़ गए और उसकी उंगलियां काट ली।

वहीं एसीपी जेडआर देसाई ने कहा कि मैं सूरत शहर पुलिस के सभी माता-पिता से कहना चाहूंगा कि जब भी बच्चों के लिए केयरटेकर की आवश्यकता हो, तो वे केयरटेकर की व्यक्तिगत जांच करें। उनके मुताबिक सामाजिक, धार्मिक पृष्ठभूमि की भी जांच होनी चाहिए। बताया गया कि यदि यह संभव नहीं है, तो जब भी आप काम पर रखें तो पुलिस सत्यापन करवाएं और अपने नजदीकी चिकित्सक से जरूर सलाह लें।

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