कानपुर। पीएम मोदी का कल यानि 28 दिसम्बर को कानपुर में कार्यक्रम है। कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का जिम्मा सरकारी अमले को सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि 16 अलग—अलग सरकारी विभागों को 70 हजार की भीड़ जुटाने का जिम्मा सौंपा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर को कानपुर पहुंच रहे हैं।
बताया गया कि यहां निराला नगर में रेलवे ग्राउंड में मेट्रो समेत कई योजनाओं का शुभारंभ करेंगे। खबरो के मुताबिक PM के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी सरकारी अफसरों के कंधों पर है। 16 विभागों को 70 हजार की भीड़ जुटाने का फिक्स टारगेट दिया गया है।
बताया गया कि ये विभाग अपनी अलग-अलग योजनाओं के 70 हजार लाभार्थियों को पीएम के कार्यक्रम में लेकर आएंगे। इन्हें लाने और ले जाने से लेकर खाने-पीने का इंतजाम भी सरकारी अफसर ही करेंगे। वहीं कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम में दिखने वाली भीड़ भी सरकारी ही होगी।
भीड़ जुटाने में पूरे सरकारी तंत्र का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यक्रम में 70 हजार लोगों की भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी डीएम विशाख जी. को दी गई है। बताया गया कि उन्होंने सीएमओ से लेकर समाज कल्याण अधिकारी, आईटीआई के प्रिंसिपल, केडीए सचिव, परियोजना अधिकारी डूडा समेत 16 अलग-अलग विभागों को लाभार्थियों को लाने का लक्ष्य दिया है।
सभी विभाग अपनी-अपनी योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। बताया गया कि विभाग की ओर से ही 2250 बसों का इंतजाम किया गया है। बताया गया कि विभागों के चपरासी से लेकर बाबू और अफसरों को बस से लाभार्थियों को लाने और वापस निर्धारित स्थान पर पहुंचाने के साथ ही खाने का भी इंतजाम करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मोदी के आगमन पर इन सभी विभागों में कामकाज ठप रहेगा। यदि किसी भी विभाग ने इसमें लापरवाही की तो संबंधित अफसर या कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही गई है।
इन विभागों की तय की गई जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, कृषि, उद्यान विभाग, खाद्य एवं रसद, समाज कल्याण, बैंक, विद्युत विभाग, श्रम विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायती राज, स्किल डेवलपमेंट, नगर निगम, डूडा और केडीए समेत 16 विभागों से 70 हजार लाभार्थियों को बुलाया गया है।
गौरतलब है कि CM योगी की रविवार को प्रयागराज के लीडर प्रेस मैदान में जनसभा थी। इसमें भीड़ जुटाने के लिए जिले के आला अफसर पिछले तीन-चार दिनों से लगे थे। बताया गया कि सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि वह अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें।
बताया गया कि इसमें शिक्षा विभाग, एनआरएलएम, डूडा, समाज कल्याण, ग्राम्य विकास विभाग जैसे सभी विभागों को शामिल किया गया था। वहीं खबरों के मुताबिक सुल्तानपुर में 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने पीएम मोदी पहुंचे थे। बताया गया कि मोदी की सभा में शामिल होने के लिए,
करीब 2 लाख लोगों को लाने का लक्ष्य रखा गया था। इतने लोगों को लाने-ले जाने के लिए सुल्तानपुर के DM ने 2 हजार बसें उपलब्ध कराई थीं। इसी क्रम में 19 नवंबर को महोबा जिले में PM नरेंद्र मोदी की रैली थी। आसपास के जिलों से भीड़ लाने के लिए 1,600 रोडवेज बसों का इस्तेमाल किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएम मनोज कुमार ने परिवहन विभाग से बसों की मांग की थी।
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