लखनऊ। अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा(AIKKS) के प्रथम राज्य सम्मेलन का आयोजन लखनऊ के इंदिरा नगर के सरस्वती बालिका इंटर कॉलेज में किया गया है। राज्य सम्मेलन में पूर्वांचल, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, बुंदेलखंड और अवध क्षेत्र के संघर्षशील किसान प्रतिनिधि भाग लेंगे। संगठन के महासचिव साथी प्रदीप सिंह ठाकुर, अध्यक्ष साथी बाबूराम शर्मा ,पूर्व विधायक आचार्य रामलाल, शिक्षाविद एवं राजनैतिक चिंतक साथी रमेश दीक्षित, आल इंडिया वर्कर्स कौंसिल के अध्यक्ष साथी ओ पी सिन्हा समेत विभिन्न बिरादराना संगठनों के प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेंगे।
किसान भारी संकट के दौर से गुजर रहे हैं
उक्ताशय की जानकारी देते हुए AIKKS के राज्य संयोजक विमल त्रिवेदी ने कहा कि आज हमारे देश और उत्तर प्रदेश के किसान भारी संकट के दौर से गुजर रहे हैं। किसान विरोधी तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने और कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनवाने के लिए देश के किसानों का आन्दोलन सभी बाधाओं और मुश्किलों का सामना करते हुए बारह महीने से अधिक समय से चलते हुए कॉरपोरेट परस्त फासीवादी मोदी सरकार को झुकाया है।
घोर जनविरोधी कॉरपोरेट परस्त
यह आन्दोलन देश की मेहनतकश गरीब जनता की भोजन की सुरक्षा और घोर जनविरोधी कॉरपोरेट परस्त विकास के नाम पर होने वाले विनाश नीति को खारिज करने से भी जुड़ा हुआ है। दिल्ली की सीमाओं एवं हरियाणा व लखीमपुर खीरी (उत्तरप्रदेश) के 700 से भी अधिक किसानों की शहादत और देश भर में किसानों के साथ अन्य मेहनतकश वर्ग व प्रगतिशील जनता की कॉरपोरेट कंपनी राज तथा फासीवादी राज के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन ने मोदी सरकार को इन कानूनों की वापसी की घोषणा के लिए बाध्य किया है।
यह किसानों व तमाम प्रगतिशील ताक़तों की एक बड़ी जीत है। लेकिन लखीमपुर खीरी हत्याकांड के सूत्रधार मंत्री अजय मिश्रा(टेनी) की बर्खास्तगी के साथ किसानों को न्याय भी दिलवाना है।किसान आंदोलन से जुड़े कई कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के लिए उन पर दर्ज झूठे मुकदमों को भी वापस लेने हैं।उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों, बंटाईदारों, खेत मजदूरों की अन्य कई समस्याएं भी हैं।
किसानों आंदोलन को मुकाम दिलाया
इस परिस्थिति में, किसान आन्दोलन को को मुकम्मल जीत दिलाने, आंदोलन को मजबूत करने और प्रदेश के किसानों की आवाज को जोरदार ढंग से बुलन्द करने के लिए अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा (एआईकेकेएस) 12 दिसम्बर 2021, रविवार को लखनऊ में राज्य सम्मेलन आयोजित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों के संघर्षशील और जुझारू किसान साथियों से अनुरोध है कि इस सम्मेलन में अपने प्रतिनिधि भेजें और सम्मेलन को सफल बनाने के लिए यथासंभव हर तरीके से सहयोग करें।
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