नई दिल्ली। मौजूदा समय में सेक्स ट्रेंड पर एक अलार्मिंग न्यूज खूब सुर्खियां बटोर रही है। इसको सेक्स स्टेल्थिंग कहा जा रहा है। दुनिया भर के मीडिया में लगातर खबरें छप रही हैं। दरअसल अमेरिका के कैलिफोर्निया की असेंबली में एक विधेयक आया।
जिसमें स्टेल्थिंग को अपराध माना गया। बताया गया कि इस पर कानून बना और अब ऐसा करने वाले को सजा मिलेगी। ऐसे में यह जानना तो जरूरी है कि आखिर सेक्स स्टेल्थिंग है क्या?
ये है सेक्स स्टेल्थिंग का मतलब
दरअसल स्टेल्थिंग का मतलब है सेक्स के दौरान साथी को बताए बिना कंडोम हटा लेना। ऐसा करने से लड़की के प्रेग्नेंट होने और सेक्शुअल इंफेक्शन का खतरा अधिक रहता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में कानून बनने के बाद दुनियाभर की लड़कियों ने फिर से इस पर बहस में हिस्सा ले रही हैं, लेकिन कई लोगों को पहले ही स्टेल्थिंग के लिए सजा मिल चुकी है।
सेक्स स्टेल्थिंग के आरोपियों को मिली सजा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जर्मनी के एक पुलिस ऑफिसर को सेक्स दौरान कंडोम हटाने के लिए 8 महीने की जेल हुई। साथ ही 3 हजार 96 यूरो यानी करीब 2 लाख 70 हजार रुपए जुर्माना भी ठोका गया। ये मामला 2018 का बताया गया है।
वहीं न्यूजीलैंड में इसी बरस जनवरी में एक शख्स को सेक्स वर्कर के साथ स्टेल्थिंग करने पर रेप का दोषी ठहराया गया। उसे 3 साल 9 महीने की जेल हुई। इसी क्रम में ब्रिटेन में स्टेल्थिंग को रेप माना जाता है।
2019 में एक शख्स को रेप का दोषी माना गया। बताया जाता है कि 2014 में कनाडा, तो 2017 में स्विट्जरलैंड में भी स्टेल्थिंग करने वालों पर रेप के मुकदमे चलाए गए।
भारत में अभी लड़के इसे अपराध नहीं मानते
सेक्स स्टेल्थिंग को लेकर दिल्ली के रजत पाठक कहते हैं कि ये ऐसा करना कोई बड़ा अपराध नहीं है, क्योंकि इससे बचने के कई उपाय हैं। बताया कि बहुत सी लड़कियां आज कई तरह की पिल्स लेती हैं। वहीं भोपाल के ऋशि चौकसे के मुताबिक एक लड़की ने खुद ही उनसे कंडोम हटाने को कहा था।
ऐसे में यदि कभी लड़का ऐसा करना चाहे तो अपराध कैसे हुआ। बेंगलुरु में रहने वाली एक युवती के मुताबिक उनके साथ ऐसा हुआ था। उन्होंने इसका विरोध भी किया था, मगर लड़के ने कहा कि ऐसा करने से दोनों को अच्छा लगेगा।
अध्ययन में हुआ यह खुलासा
सेक्स स्टेल्थिंग को लेकर ऑस्ट्रेलिया के मोनाश यूनिवर्सिटी ने एक रिसर्च की थी। इसमें 33% महिलाओं ने कहा उनकी मर्जी के खिलाफ पुरुषों ने सेक्स करते वक्त कंडोम हटा लिया था। बताया गया कि 20% मर्दों ने भी माना था कि बिना साथी की सहमति के उन्होंने कंडोम हटाए थे।
वहीं इंटरनेट पर ऐसे कई आर्टिकल मौजूद हैं जिनमें चुपचाप कंडोम हटाने की टिप्स दी जाती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़कों की सेक्स स्टेल्थिंग की भावना को इंटरनेट ने भड़काया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2017 में एक ब्लॉग पकड़ में आया था।
इस पर ऐसे कई आर्टिकल थे जिनमें पुरुषों को ये टिप्स दिया जाता था कि कैसे साथी के पते चले बिना कंडोम को चुपचाप हटाया जाए। वहीं 22 साल की एक लड़की ने BCC न्यूजबीट को बताया, ‘मैंने स्टेल्थिंग के बारे में एक आर्टिकल पढ़ा। फिर मुझे लगा- ओह माय गॉड। ये तो मेरे साथ भी हुआ है।
मुझे पता ही नहीं था कि ये जानबूझ किया गया था।,’मैंने उससे पूछा- तुमने इसे कब निकाला, मैंने देखा नहीं। क्या ये अपने आप निकल गया? उसने कहा- नहीं, मन किया और मैंने ऐसा कर लिया।,’मैंने उससे कहा कि तुमने न तो बताया न सतर्क किया, मगर वो बेपरवाह होकर बोला- ये हम दोनों के लिए ठीक है।
मैं वहां से जल्दबाजी में निकली, अपने एक दोस्त को फोन किया और आईपिल लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर चली गई। बाद में पता चला कि उसने कहीं इंटरनेट पर ऐसा पढ़ा था, जिसे वो करके देखना चाहता था।
ये है स्टेल्थिंग से जुड़ा हाई प्रोफाइल मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विकीलीक्स के जरिए दुनियाभर में छा जाने वाले असांज पर 2010 में स्वीडन की यात्रा के दौरान दो अलग-अलग महिलाओं ने सेक्स करने के दौरान कंडोम हटाने का आरोप लगाया था, मगर आरोप साबित नहीं हुए थे।
सेक्स स्टेल्थिंग को लेकर भारत में भी चर्चा तेज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीदरलैंड्स, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया तो अपने कानूनों को बदलने की सोच रहे हैं। स्पेन ने पिछले बरस एक विधेयक लाने की घोषणा की है।
कैलिफोर्निया की ही तरह ऑस्ट्रेलिया के राजधानी क्षेत्र (ST) ने भी स्टेल्थिंग को गैरकानूनी घोषित कर दिया। वहीं इंडिया में फिलहाल कुछ लड़के-लड़कियां इस बारे में बहस शुरू कर चुके हैं। इसकी सबसे अधिक चर्चा सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है।
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