यूपीएल के प्रोन्‍यूटिवा प्रोग्राम ने मूंगफली की फसलों की पैदावार को दोगुना किया

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UPL's ProNutiva program doubles the yield of groundnut crops
कंपनी का पहला पायलट प्रोग्राम 8,500 किसानों के साथ शुरू किया गया था, जिसे वर्ष 2020 में गुजरात के प्रमुख मूंगफली क्षेत्रों में किया गया था, जिससे उनकी पैदावार एवं आय में दोगुनी वृद्धि हुई।

लखनऊ- बिजनेस डेस्क। यूपीएल लिमिटेड जो टिकाऊ कृषि उत्‍पादों और समाधानों को बढ़ाने में योगदान देता है ने प्रोन्‍यूटिवा सदा समृद्ध मूंगफली प्रोग्राम ने बेहद आशाजनक परिणाम दिए हैं। मई 2021 में संवर्द्धित किए गए, इस प्रोजेक्‍ट ने फसल के पैदावार को आश्‍चर्यजनक रूप से बढ़ाया है और इस प्रकार, प्रतिभागी किसानों की आमदनी भी बढ़ायी है। इसे दिखाने के लिए, यूपीएल ने अमरेली के रिकाडिया गांव में लाइव हार्वेस्‍ट डेमॉन्‍स्‍ट्रेशन आयोजित किया, जिसमें 750 से अधिक किसानों, ग्राम सरपंचों और कृषि विभाग के अधिकारियों ने हिस्‍सा लिया।

8,500 किसानों के साथ शुरू हुआ प्रोजेक्ट

कंपनी का पहला पायलट प्रोग्राम 8,500 किसानों के साथ शुरू किया गया था, जिसे वर्ष 2020 में गुजरात के प्रमुख मूंगफली क्षेत्रों में किया गया था, जिससे उनकी पैदावार एवं आय में दोगुनी वृद्धि हुई। अब इसे 50 हजार से अधिक किसानों को जोड़ते हुए 2.5 लाख एकड़ से अधिक कृषि-भूमि पर किया गया है। मूंगफली की पैदावार में कुल मिलाकर 50-60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और उससे निकाले जाने वाले तेल की मात्रा में 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, इसने 35 प्रतिशत की चारा उपज में वृद्धि की, जिससे किसानों की डेयरी आय में सुधार करने में मदद मिली।

पोषक तत्वों को अवशोषित करता है

प्रोन्‍यूटिवा सदा समृद्धि परियोजना के अंतर्गत, मूंगफली किसानों को एकीकृत कृषि सेवाएं जैसे आईपीएम किट, मृदा परीक्षण, मौसम सेवाएं, फसल परामर्श और उच्च तकनीक सक्षम किसान मशीनीकरण सेवाएं उपलब्‍ध कराई गयीं ताकि मूंगफली की पैदावार और आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने यूपीएल के अभूतपूर्व उत्पाद “ज़ेडईबीए” का भी इस्तेमाल किया, जो पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करता है और जब पौधे को इसकी आवश्यकता होती है तो इसे छोड़ देता है।

परियोजना ने न केवल मूंगफली किसानों के उत्थान के लिए प्रौद्योगिकी सेवाओं के साथ उपयुक्त इनपुट और सलाह के महत्व को प्रदर्शित किया है, बल्कि देश भर में अत्यधिक लाभकारी मूंगफली की खेती को प्रोत्साहित करने की क्षमता भी प्रदर्शित की है जो बदले में भोजन के साथ-साथ पोषण सुरक्षा में योगदान कर सकती है ताकि देश के खाद्य तेल मिशन में भी मदद मिले। कार्यक्रम का सर्वेक्षण वी गवर्नेंस नॉलेज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के साथ-साथ ग्रांट थॉर्नटन द्वारा किया गया है जिनमें से सभी स्‍वतंत्र तृतीय पक्ष हैं।

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