प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज और कौशांबी जिले से सुरक्षा एजेंसियों को हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां मेजा और कौशाम्बी के भरवारी में उज्ज्वला योजना के नाम पर एलईडी बल्ब बांटे गए थे, जिसमें सिम लगी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस निकलने के बाद आईबी तथा अन्य खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। सुरक्षा एजेंजियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह आतंकी साजिश हो सकती है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगे एलईडी बल्ब कब, क्यों और कैसे यहां लाए गए, इसका पता लगाने के लिए एसओजी के साथ ही एसटीएफ ने भी जिले में डेरा डाल दिया है। वहीं कौशाम्बी में पांच संदिग्ध युवकों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है, गुरुवार को आईजी रेंज इनसे पूछताछ करेंगे।
होल्डर को खोला तो खुली पोल
मालूम हो कि मेजा के अमरोहा गांव में बुधवार को बाइक सवार दो युवक आए, उन्होंने खुद को बिजली विभाग कर्मचारी बताया। गांव के ही राजेश तिवारी को बल्ब का एक पैकेट देते हुए कहा कि जिन लोगों ने बिजली का कनेक्शन लिया है, उनको यह बल्ब नि:शुल्क बांटा जा रहा है। पैकेट देने के बाद दोनों युवक चले गए। राजेश पैकेट खोला तो होल्डर में सिम लगी डिवाइस मिली, जिसके बाद मेजा चौकी को सूचना दी गई। इधर, भरवारी कस्बे में भी कुछ ऐसा ही हुआ, कुछ युवकों ने लोगों से उज्ज्वला योजना के तहत नि:शुल्क एलईडी बल्ब और होल्डर देने की बात कही।
युवकों के जाने के बाद, बृजेश ने बल्ब जलाया तो वह फ्यूज निकला, बृजेश जब बल्ब को ठीक कराने के लिए बाजार में दुकानदार के पास गया तो उसमें सिम लगा हुआ इलेक्ट्रानिक डिवाइस मिला। बल्ब में सिम लगी डिवाइस मिलने के बाद हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। जिले की एसओजी टीम ने भरवारी पहुंच कर डिवाइस समेत एलईडी बल्ब को अपने कब्जे में ले लिया है। दूसरे दिन बुधवार को एसटीएफ ने भरवारी पहुंचकर इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। जांच के बाद अब इस मामले में आतंकी साजिश का भी शक जताया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय
डिवाइस मिलने के बाद आईबी और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को भी सक्रिय किया गया है। बुधवार को एसटीएफ ने भरवारी, मनौरी और चरवा बाजार सहित कई अन्य स्थानों पर छापे मारे, सूत्रों के अनुसार पड़ोसी जनपद प्रयागराज, प्रतापगढ़ और वाराणसी में पुलिस और एसटीएफ ने दबिश दी है। पांच युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं एसपी कौशांबी राधेश्याम विश्वकर्मा ने बताया कि यह गंभीर मामला है। पुलिस और प्रशासन इस मामले में एक्सपर्ट से जांच करा रहे हैं। लखनऊ में अधिकारियों को सूचना दी गई है। आईजी रेंज इस मामले की जांच के लिए गुरुवार को खुद भरवारी जाएंगे, वे हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ भी करेंगे।
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