कानपुर- अवनीश पांडेय। यूपी की सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में पुलिस द्वारा मारपीट कर कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हत्या के प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभालते हुए मृतक प्रापर्टी डीलर के परिवार से मुलाकात करने के बाद आर्थिक सहायता के साथ ही मृतक की पत्नी को नौकरी देने का वादा किया था।
घर जाकर दिया नियुक्ति पत्र
सीएम योगी ने अपने वादे को निभाते हुए प्रापर्टी व्यवासीय मनीष गुप्ता की पत्नी को केडीए में ओएसडी के पद पर नियुक्ति दिलाई। यानि मनीषा गुप्ता अब वह कानपुर विकास प्राधिकरण मे अपनी सेवाएं देंगी। हलांकि पति की कमी उन्हें जीवन भर सताएगी,लेकिन सरकार के प्रयास से उन्हें आर्थिक समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। अधिकारियों द्वारा जब उन्हें न्युक्ति पत्र दिया जा रहा था तो उनके साथ-साथ परिवार वालों की आखें भी नम हो गई थीं
बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी और केडीए के अधिकारी रविवार को मृत मनीष गुप्ता के घर पहुंचे और केडीए अपर सचिव और विधायक ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को ओएसडी (विशेष कार्य अधिकारी) पद का नियुक्ति पत्र सौंपा। केडीए के अधिकारियों ने मीनाक्षी से सोमवार को ज्वाईंनिंग करने के लिए कहा है, लेकिन सोमवार को मनीष गुप्ता तेहरवीं होने की वजह से मंगलवार को ज्वाइन करेंगी।
मनीष के परिवार से सीएम ने की थी मुलाकात
मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता और परिवार के सदस्यों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीनाक्षी गुप्ता को सरकारी नौकरी, परिवार को 40 लाख की आर्थिक मदद, घटना की सीबीआई जांच और एसआईटी का गठन कर जांच को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर करने का अश्वासन दिया था। सरकार ने मीनाक्षी के परिवार की सभी मांगों को मान लिया था।