महोबा। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले भाकियू प्रवक्ता रविवार को यूपी के बुंदेलखंड के हमीरपुर पहुंचे। यहां उन्होंने पहली किसानों की असली समस्या पर बोलते हुए कहा कि किसानों की सबसे बड़ी समस्या अन्ना प्रथा है। आपकों बता दें कि यूपीहिन्दी न्यूज ने किसानों की सबसे बड़ी समस्या को उठाया था। यह बताया था कि किसान महापंचायत में किसानों की सबसे बड़ी समस्या पर बात नहीं हुई थी।
किसान महापंचायत से क्यों निराश हुए यूपी के किसान !
इसके बाद टिकैत ने पहली बार आवारा जानवरों पर बात की। मालूम हो कि आवारा जानवरों की वजह से किसानों को काफी नुकसान होता है। सरकार ने भले ही जगह-जगह गौशाला खुलवाने के भले ही प्रयास किए हो, लेकिन गौशालाओं में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से जानवरों की बुरी दशा है। इसलिए जानवर गौशालाओं में नहीं टिकते। टिकैत ने कहा सरकार को किसानों की बदहाली पर झुकना ही पड़ेगा इसी के तहत पूरे देश में किसानों को एकजुट किया जा रहा है।
मौदहा पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ आए प्रदेश अध्यक्ष चौधरी राजीव सिंह जादौन ने कहा कि बुंदेलखंड में सबसे बड़ी समस्या आवरा जानवर है। यहां के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि है और कृषि को आवारा जानवर नष्ट करते है। बुंदेलखंड में कही भी गौशाला नहीं बनी हैं। अगर कहीं बनाई हैं तो उनमें सिर्फ तारबाड़ी कर गायों को बंद कर दिया गया है। जिन्हें जिंदा रहने के लिए सिर्फ मरने के लिए बंद किया गया है। अन्ना प्रथा से किसानों की खेती बर्बाद कराने का काम हो रहा है।
सड़कों पर सरकार को मात देने वाले किसान नेता राकेश टिकैत भाजपा के आईटी सेल के आगे टिक नहीं पा रहे। इसकी पुष्टि उन्होंने खुद रविवार को की। भाजपा के हथकंडे के आगे उन्होंने खुद को हारा मान लिया है। टिकैत का कहना है कि मोबाइल सिस्टम में हम कच्चे हैं। रविवार को सुबह ट्रेन से बांदा पहुंचे टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आमने-सामने के संघर्ष में हम जीतते हैं।
लेकिन मोबाइल वाले सिस्टम में हम कच्चे हैं। इसमे वो (भाजपा) हमें हरा देते हैं। मोबाइल का मकड़जाल हमारी समझ से बाहर है। कहा कि हमने अपने नौजवान साथियों से कहा है कि इनका मुकाबला ट्विटर से करो। हमारे नौजवान ट्रैक्टर से मुकाबला करते हैं। टिकैत ने कहा कि उन्होंने अब बुंदेलखंड आने की शुरुआत की है।
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