
प्रयागराज। शिक्षक की नौकरी के लिए टीजीटी की परीक्षा पास करना जरूरी है। कई अभ्यर्थी ऐसे है जिनकी तैयारी अच्छी नहीं होती है ऐसे अभ्यर्थियों को पैसे लेकर पास कराने वाली गैंग शनिवार को परीक्षा शुरू होने से पहले पकड़ी गई।
इस तरह टीजीटी प्रवेश परीक्षा के बाद एसटीएफ ने अब प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक TGT में सॉल्वर गैंग का भांडा फोड़ दिया है। आपकों बता दें कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही एसटीएफ ने गिरोह के सरगना समेत सात सदस्यों को पकड़ लिया है।आरोपित पेपर आउट कराने से लेकर सॉल्वर बैठाने तक की तैयारी में लगे हुए थे, लेकिन वह अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सके, इससे पहले ही एसटीएफ ने उन्हें दबोच लिया। एसटीएफ को आरोपियों के कब्जे से लैपटॉप, ब्लूटूथ डिवाइस, 65 हज़ार नगदी, मोबाइल और कार बरामद हुई है। इस गैंग के सभी आरोपित प्रयागराज के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि गैंग के सभी सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी। एक विद्यार्थी से पास कराने के एवज में 12 से 15 लाख रुपए तक लेने की डील हुई थी, इसके लिए उन्होंने अभ्यार्थियों से खाली व भरे हुए चेक लिए थे। जिन्हें एसटीएफ ने बरामद कर लिया गया है। गैंग के सदस्यों के पास से प्रवेश पत्र, अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक दस्तावेज, लैपटॉप, ब्लूटूथ डिवाइस, 65 हज़ार नगदी, मोबाइल और कार बरामद हुई है। सभी अभियुक्त स्थानीय यानि प्रयागराज के रहने वाले बताए जा रहे हैं। अब ग्रुप से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी लगाई जा रही है।
दो पालियों में हुई थी परीक्षा
एसटीएफ सीओ नबेंदु कुमार ने बताया कि 2 पालियों में टीजीटी की परीक्षा हुई। इस परीक्षा में भी नकल कराने वाले गैंग सक्रिय होने की सूचना मिली थी, सूचना मिलते ही टीम को लगा दिया गया था। शनिवार को सुबह परीक्षा होने से पहले पता चला कि गैंग के कुछ सदस्य शिवकुटी में मौजूद हैं। वह पेपर आउट कराने, मूल अभ्यार्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाने, परीक्षा केंद्र के कक्ष निरीक्षक से मिलकर और ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने की तैयारी में लगे हुए हैं। तब टीम ने घेराबंदी कर कर उन्हें पकड़ लिया और उनकी निशानदेही पर अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया है।
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