
लखनऊ। यूपी की राजधानी में लखनऊ में स्थित पीजीआई में बेहतर इलाज के लिए आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को अब ठहरने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें अब महंगे होटलों और लार्ज में ठहरने के लिए ज्यादा पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे। पीजीआई आने वालों को अब उनको यहां ठहरने की बेहतर व्यवस्था मात्र 150 प्रति दिन पर उपलब्ध होगी। यह सुविधा पीजीआई प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नहीं बल्कि नगर निगम की तरफ से कराई गई है।यह सुविधा शनिवार सात अगस्त से शुरू हुई है, पहले ही दिन दो तीमारदारों को इसका लाभ दिया गया।
आपकों बता दें कि औरंगाबाद जागीर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 40 कमरा तैयार किया गया है। मेयर संयुक्ता भाटिया ने इसका उद्घाटन शनिवार को किया। यहां पीजीआई व आसपास के अस्पताल के तीमारदार को 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से रहने के लिए कमरा दिया जाएगा।
40 भवन का किया गया निर्माण
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) ने 40 डिमोन्ट्रेटिव भवन का निर्माण किया है। मेयर ने बताया कि इस आवास का निर्माण पीजीआई और उसके आपसास के अस्पताल में इलाज कराने वाले तीमारदारों के लिए कराया गया है। इसमें टॉयलेट, बाथरूम सहित दो बेडरूम बनाया गया है। इसके साथ ही इसमें किचन की भी व्यवस्था है। मेयर ने बताया कि इसमें तीमारदार को बेड, तकिया, चादर, दो कुर्सी, टेबल की भी सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा।
कैंटीन की भी सुविधा
यहां रहने वालों को ठहरने के साथ रहने की सुविधा भी मिलेगी। कोई तीमारदार खाना नहीं बनाना चाहता तो वह कैंटीन में खाना खा सकता है। उसके लिए अलग से शुल्क देने पड़ेंगे। वहीं कमरा लेने के लिए अस्पताल की ओर मरीज की डिटेल भी दिखानी पड़ेगा। कमरा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अलाट किए जाएंगे। आपकों बता दें कि पीजीआई में इलाज कराने के लिए प्रदेश कोने —कोने से लोग आते है। चूंकि पीजीआई में इलाज की प्रक्रिया लंबी चलती हैं ऐसे में मरीजों को ठहरने के लिए काफी मुशिबतों का सामना करना पड़ता हैं ऐसे में नगर निगम की इस पहल का लोगों को फायदा मिलेगा।
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