गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक आरोपित ने 9 साल पहले विवाद के बाद पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के बाद फरार हो गया था। नौ साल से पुलिस उसका सुराग नहीं लगा पा रही थी। इस दौरान आरोपित ओडिशा में छिपकर रहने लगा।गाजियाबाद के एसपी सिटी सेकंड ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि 29 सितंबर 2012 को वसुंधरा में गीता नाम की महिला की हत्या उसके पति ने की थी। इस मामले में टीम ने ओडिशा पुलिस की मदद से आरोपी को जगतसिंहपुर (ओडिशा) से गिरफ्तार किया।
पुलिस की गिरफ्त में आए शख्स का नाम मनोरंजन है। आरोपी पर आईजी रेंज की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि इतने साल तक वह पुजारी बनकर रहने लगा, लोगों के घरों में पूजा-पाठ करवाया करता था।सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि वह गाजियाबाद में रहता था और कलर लैब चलाता था। 2007 में उसकी गीता से शादी हुई थी। 2010 में विवाद के बाद वह उससे अलग हो गई। इसके बाद वह किसी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने लगी थी। इसी से नाराज होकर उसने घर लौटते वक्त अपनी पत्नी को गोली मार दी थी। इस मामले में मृतका के भाई की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया था। तभी से वह फरार चल रहा था।
इस मामले में पूर्व की पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसमें आरोपी के गिरफ्तार नहीं होने पर उसके ओडिशा वाले घर के सामान की कुर्की की गई। इस दौरान पुजारी बनकर वह अपने घर के आसपास ही था, लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। इस मामले में ओडिशा पुलिस से बातचीत के बाद उनके सहयोग से पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर गाजियाबाद लाया गया। वहीं नौ साल बाद आरोपित तक पुलिस के पहुंचने पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है।
इसे भी पढ़ें…