मुंबई बिजनेस डेस्क। अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) शाखा, अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन (एसीएफ) ने पर्यावरण संरक्षण और समुदायों की बेहतरी के लिहाज से चंद्रपुर में अपने बेटर कॉटन प्रोजेक्ट गांवों में वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की है। फाउंडेशन चार अलग-अलग स्थानों उप्परवाही, वरोरा, हिंगना, जिवती में किसान समुदाय के साथ काम कर रहा है। कंपनी ने 15 उत्पादक इकाइयों के अपने प्रोजेक्ट से जुडे़ 648 गांवों में वृक्षारोपण अभियान की मुहिम छेड़ी है, और इसके साथ लगभग 65,000 किसानों को जोड़ा है।
जैव विविधता को कायम रखने का प्रयास
इस तरह कंपनी गांवों में पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता को कायम रखने का प्रयास कर रही है। पेड़ लगाना माँ प्रकृति की सेहत को बेहतर बनाए रखने का सबसे आदर्श तरीका माना जाता है, क्योंकि यह उच्च तापमान की समस्या को हल करता है। अधिक तापमान के कारण वांछनीय फसलों की पैदावार कम होती है और खरपतवार और कीटों की संख्या में भी वृद्धि होती है।
इसके अलावा, वन संरक्षण और वृक्षारोपण इसलिए भी आवश्यक है, क्योंकि यह वर्षा पैटर्न को भी समायोजित कर सकता है। वर्तमान में, कंपनी ने कुल 9,37,183 पेड़ लगाए हैं। कई सरकारी विभाग, गैर सरकारी संगठन, निजी क्षेत्र, स्वयंसेवक आदि परियोजना गांवों के भीतर इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग कर रहे हैं।
इंडिया होल्सिम के सीईओ और अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री नीरज अखौरी ने कहा, ‘‘हमें इस बात पर गर्व है कि हमारे सीएसआर प्रयासों ने वृक्षारोपण अभियान की सफलता को सक्षम बनाया। वृक्षारोपण अभियान परियोजना गांवों में जैव विविधता को बढ़ाएगा। इस पहल ने प्रकृति माँ और सामुदायिक विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है।
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