नईदिल्ली। रोजगार के लिए अपने वतन से दूर गए 45 भारतीय नागरिकों की कुवैत शहर में हुए अग्निकांड में जलकर मौत हो गई थी। मृतकों के परिजन अपने बेटों का आखिरी दीदार करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे है। उनके शवों को लेकर विदेश राज्यमंत्री कीतिवर्धन सिंह विशेष विमान से आ रहे है। मरने वाले 45 लोगों की पहचान भारतीयों के रूप में हुई है। इस इमारत में 196 प्रवासी श्रमिक काम कर रहे थे। मृतकों में तीन उत्तरप्रदेश, 24 केरल, सात तमिलनाडु और तीन आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे।
पहले कोच्चि उतरेगा विमान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वायुसेना का सुपर हरक्युलिस विमान कुवैत से 45 शवों को लेकर शुक्रवार को भारत लौटेगा। सबसे पहले यह विमान केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर उतरेगा, क्योंकि ज्यादातर मृतक वहीं के थे। इसके बाद विमान दिल्ली आएगा। यहां से शव संबंधित राज्यों में भेजे जाएंगे।
अब तक 48 शवों की हुई पहचान
यूपी के मृतकों की पहचान वाराणसी के माधव सिंह, गोरखपुर के जयराम गुप्ता और अंगद गुप्ता के रूप में हुई है। वहीं, आंध्र प्रदेश के मृतकों में श्रीकाकुलम जिले के टी लोकानंदम, पश्चिम गोदावरी जिले के एम सत्यनारायण और एम ईश्वरुडु की पहचान की गई है। अरब टाइम्स ने कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहद अल-यूसूफ अल-यूसुफ के हवाले से बताया कि अधिकारियों ने अब तक 48 शवों की पहचान की है। कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में सात मंजिला इमारत में हुए हादसे में 49 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक घायल हुए हैं।
5-5 लाख रुपये की मदद
केरल सरकार ने परिजनों को 5-5 लाख रुपये की मदद की घोषणा की है। इस बीच, भारत के विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंच गए हैं। वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की है। सिंह स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर शवों को भारत लाने के प्रयास में जुटे हैं। वहीं, कुवैत प्रशासन ने शवों की पहचान स्थापित करने के बाद वादा किया कि वह हादसे की त्वरित जांच करेगा और शवों को वापस भेजने में पूरी मदद करेगा।
इमारत में 196 श्रमिक रखे गए थे। एक दिन पहले यह संख्या 160 बताई गई थी। विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की। अल-याह्या ने पूरा सहयोग देने का वादा किया। सिंह प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहद से भी मिले, जिन्होंने देश के अमीर की ओर से पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना जताई। शेख फहद ने भी हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
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