लखनऊ। पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां एक बार फिर अखिलेश यादव से नाराज है, दरअसल उन्होंने अखिलेश यादव को रामपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ने के साथ ही दो तीन प्रत्याशियों के टिकट बदलने को सपा प्रमुख से कहा था। अखिलेश ने सपा के दो प्रत्याशी तो बदल दिए,लेकिन रामपुर के हालात को देखते हुए वहां से चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं, इससे आजम खां का पारा चढ़ गया, उन्होंने इस चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया। अब उन्हें मनाने के लिए अखिलेश ने लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारने की तैयारी की है।
आजम ने पत्र लिख जताई नाराजगी
आजम ने रामपुर जिलाध्यक्ष को एक पत्र लिखा, जिससे मीडिया को सार्वजनिक किया गया है। पत्र में लिखा है कि हमारे लिए चुनाव हमेशा गरीबों, मजदूरों, युवाओं और आने वाली नस्लों का भविष्य बेहतर बनाने का जरिया रहा है। रामपुर की जनता के साथ घोर अन्याय किया गया। पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। हमारा विचार था कि रामपुर के मौजूदा माहौल को बदलने के लिए अखिलेश यादव का रामपुर चुनाव लड़ने आना जरूरी है।
डॉ. एसटी हसन का कटा टिकट
सपा ने मंगलवार को मुरादाबाद से सांसद डॉ. एसटी हसन को प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने सपा के सिंबल पर पर्चा भी भर दिया है। आजम खां डॉ. हसन से नाराज चल रहे हैं, इसलिए सपा नेतृत्व ने ऐन वक्त पर डॉ. हसन का टिकट काटकर सिंबल बिजनौर की पूर्व विधायक रुचिवीरा को दे दिया। इसके साथ ही सपा ने बिजनौर में पूर्व सांसद यशवीर सिंह का टिकट काटकर दीपक सैनी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
दीपक सैनी नूरपुर से सपा विधायक राम अवतार सैनी के पुत्र हैं।अखिलेश ने रामपुर से चुनाव लड़ने की आजम खां की पेशकश तो स्वीकार नहीं की, लेकिन अपने भतीजे और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाने को हरी झंडी दे दी है। हालांकि, इस बारे में सपा ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
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