बिजनेस डेस्क। देश के अग्रणी शाखा रहित बैंकिंग और डिजिटल नेटवर्क, पेनियरबाय ने डिजिटल नारी प्लेटफॉर्म का अनावरण किया है, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में महिलाओं के लिए दीर्घकालिक स्वरोजगार उत्पन्न करना है। यह कार्यक्रम देश के विकास में समान योगदानकर्ताओं के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय सृजन के अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
लखपति दीदी
सरकार की ‘लखपति दीदी’ पहल के अनुरूप, मंच 2025 के अंत तक 1 लाख महिलाओं को शामिल करने और उनके आर्थिक सशक्तिकरण की सुविधा प्रदान करने का प्रयास करता है। लक्ष्य महिला व्यवसाय मालिकों, एकल महिलाओं और साक्षरता चुनौतियों वाली महिलाओं को उनकी वित्तीय भलाई बढ़ाने और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थायी आजीविका के अवसर प्राप्त करने में मदद करना है।हमारे डिजिटल नारी प्लेटफॉर्म के माध्यम से, उन्नत बैंकर दीदी जनता को विविध प्रकार की वित्तीय और डिजिटल सेवाएं प्रदान कर सकती हैं।
ग्रामीण महिलाओं की जरूरत
बैंकर दीदी को समय, स्थान (घर/स्टोर से) और उत्पाद प्राथमिकताओं के संदर्भ में अपनी सुविधानुसार सेवाएं प्रदान करने की सुविधा होगी। ग्रामीण महिलाओं की ज़रूरतों को पूरा करते हुए, सेवाओं में नकद निकासी, बैंक खाता खोलना, धन हस्तांतरण, रिचार्ज, आश्वासन (बीमा + संपत्ति), क्रेडिट और ई-कॉमर्स शामिल हैं, जो वित्तीय साक्षरता और वित्तीय स्वतंत्रता के लिए उनके मार्ग को सुविधाजनक बनाते हैं। वर्तमान में, पेनियरबाय के पास 10,000 से अधिक महिलाओं का एक मजबूत नेटवर्क है जो सामूहिक रूप से सालाना 1000 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन संचालित करती है।?
डिजिटल नारी प्लेटफॉर्म का लक्ष्य ग्रामीण महिलाओं के बीच स्थायी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और व्यक्तियों के साथ साझेदारी करके इस नेटवर्क को व्यापक बनाना है। लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, पेनियरबाय के संस्थापक, एमडी और सीईओ, श्री आनंद कुमार बजाज ने कहा, “किसी राष्ट्र की प्रगति की यात्रा में, सच्ची प्रगति तब प्राप्त होती है जब महिलाएं समान योगदानकर्ता के रूप में खड़ी होती हैं। पेनियरबाय में, हम महिलाओं को हमारे देश की जीडीपी रिजर्व के रूप में पहचानते हैं, जो सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन लाने की शक्ति रखती हैं।
ग्रामीण आजीविका विकास
‘लखपति दीदी’ पहल में भाग लेना हमारा सौभाग्य है, जो अपनी क्षमता को उजागर करने और एक स्थायी भविष्य में योगदान देने के लिए समर्पित है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम), राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका), ग्रामीण फाउंडेशन इंडिया सहित विभिन्न आजीविका मिशनों के साथ हमारा सहयोग, हमारे डिजिटल नारी ऐप के माध्यम से अनगिनत महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक मान्यता की ओर प्रेरित कर रहा है। हम समान विचारधारा वाले संस्थानों और स्वयं सहायता समूहों को इस पहल की पहुंच को अधिकतम करने और महिलाओं को सशक्त बनाने में शामिल होने के लिए खुला निमंत्रण देते हैं।
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