लखनऊ। मंगलवार को सपा प्रमुख एवं सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का 52वां जन्मदिन सादगी और संकल्प के साथ मनाया गया। वहीं सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया में जब सपा प्रमुख को जन्म दिन की शुभकामनाएं दीं तब राजनीतिक गलियारों में सौहार्द और मानवीय परंपराओं की मिठास चहचहाने लगी। सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं की बधाई संदेशों के बीच लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में अखिलेश की लम्बी उम्र की कामना के लिए हवन-पूजन के साथ बड़े आयोजन भी चलते रहे। सुबह से लेकर देर रात तक बधाइयों के दौर का सिलसिला जारी रहा।
उत्तर भारतीय राजनीति की परम्परा यूं रही कायम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आमतौर पर कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखे हमले आम होते हैं, लेकिन जब बात व्यक्तिगत अवसरों की आती है, तो दोनों एक-दूसरे के सम्मान में पीछे नहीं हटते। यह परंपरा उत्तर भारतीय राजनीति की वह विशेषता है, जहां विरोध के बावजूद सामाजिक रिश्तों को निभाया जाता है। पूर्व में भी जब मुलायम सिंह यादव या अन्य वरिष्ठ नेताओं के स्वास्थ्य को लेकर कोई खबर आई, तो सीएम योगी ने व्यक्तिगत संवेदना जताई थी।
बधाई देने वालों का लगा तांता
अब बात जन्म दिन की करें तो हर साल की तरह इस बार भी पार्टी मुख्यालय झंडी-बैनरों व रंग-बिरंगी लाइटों से पटा नजर आया। मंगलवार को सुबह पार्टी मुखिया ने सपरिवार हवन-पूजन किया। इसके बाद अखिलेश पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ जश्र में शामिल हो गये। हजारों कार्यकर्ताओं ने उन्हें बुके, पौधे तथा अन्य स्मृति चिह्न भेंट किये। बड़ी संख्या में पार्टी कार्यालय पहुंचे नेताओं, सांसदों, विधायकों, कार्यकर्ताओं और समाज के सभी वर्ग के लोगों, महिलाओं बच्चों, युवाओं, अधिकारियों, व्यापारियों, अधिवक्ताओं, पूर्व सैनिकों, संतों-महात्माओं और उलेमा ने अखिलेश यादव को फूलमालाएं पहनाकर, बुके देकर जन्मदिन की बधाई दी। इस दौरान सपा कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े की धुन पर नांचते-गाते खुशियां मनाईं और प्रसन्नता व्यक्त की।
केक काटे, फल, मिष्ठान वितरण के साथ पान भी खिलाया
पार्टी कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने भंडारों का भी आयोजन किया। केक काटे, फल, मिष्ठान और पान खिलाया। दूर-दराज क्षेत्रों से आये कार्यकर्ताओं ने करतब भी दिखाये। साथ ही संकल्प लिया कि अपने मुखिया को जन्म दिन के तोहफे में सूबे की सत्ता में सरकार का तोहफा देंगे। अखिलेश यादव ने आये हुए समर्थकों, शुभचिंतकों द्वारा अपने प्रति प्रदर्शित प्रेम और सम्मान के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस मौके पर भंडारा, रक्तदान तथा अन्य कार्यक्रमों के आयोजकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी से नेताजी मुलायम सिंह यादव के स्मारक निर्माण में सहयोग का आह्वान किया।
इसे भी पढें..